कैराना से पहले भी....
Mahendra Yadav

कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में पीएससी में यादववाद के आरोप लगे थे और भाजपा नेताओं ने 86 एसडीएम में से 54 यादव एसडीएम भर्ती किए जाने की अफवाह उड़ाई थी। पिछले सारे रिजल्ट यूपीपीएससी की वेबसाइट पर पड़े हैं और किसी साल 86 एसडीएम भर्ती की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन कई भाजपाइयों ने बयान दिए, अखबारों में छपे औ उन्हीं अखबारों की कटिंग लोग सबूत के तौर पर पेश करने लगे। भाजपा का झूठ कई दिनों तक लोगों को गुमराह करता रहा।
इसके बाद यशभारती पुरस्कार आँख बंद करके यादवों को देने की बात फैलाई गई। पूरी सूची वेबसाइट पर मौजूद हैं, और पाया गया कि ये केवल अफवाह है। इक्का दुक्का यादवों के नाम है, जिनके आधार पर यादववाद का आरोप लगाया गया।
अब कैराना में गैरमुस्लिम परिवारों के पलायन की सूची भाजपा-संघ ने अफवाह के रूप में फैलाई है। सूची में स्वर्ग सिधार चुके, और किसी भी कारण से बाहर निकले लोगों के साथ-साथ कई फर्जी नाम शामिल किए गए हैं। विधानसभा चुनाव तक लगातार ऐसी फर्जी अफवाहें चलती रहेंगी।
कमाल की बात ये है कि गैर यादवों के बीच कहा जा रहा है कि सारा फायदा यादवों को मिल रहा है। यादवों के बीच कहा जा रहा है कि सारा फायदा मुसलमानों को मिल रहा है। दोनों से कहा जा रहा हैकि यादवों और मुसलमानों को तो कुछ मिला ही नहीं, केवल बदनामी मिली।
इसके बाद यशभारती पुरस्कार आँख बंद करके यादवों को देने की बात फैलाई गई। पूरी सूची वेबसाइट पर मौजूद हैं, और पाया गया कि ये केवल अफवाह है। इक्का दुक्का यादवों के नाम है, जिनके आधार पर यादववाद का आरोप लगाया गया।
अब कैराना में गैरमुस्लिम परिवारों के पलायन की सूची भाजपा-संघ ने अफवाह के रूप में फैलाई है। सूची में स्वर्ग सिधार चुके, और किसी भी कारण से बाहर निकले लोगों के साथ-साथ कई फर्जी नाम शामिल किए गए हैं। विधानसभा चुनाव तक लगातार ऐसी फर्जी अफवाहें चलती रहेंगी।
कमाल की बात ये है कि गैर यादवों के बीच कहा जा रहा है कि सारा फायदा यादवों को मिल रहा है। यादवों के बीच कहा जा रहा है कि सारा फायदा मुसलमानों को मिल रहा है। दोनों से कहा जा रहा हैकि यादवों और मुसलमानों को तो कुछ मिला ही नहीं, केवल बदनामी मिली।
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