Shamshad Elahee Shams
धार्मिक मान्यताएं तुम्हे मूर्ख ,धूर्त ही नहीं क्रूर भी बनाती हैं, इस्लामाबाद में वह ८० साल के गैर मुस्लिम बुजुर्ग को बेरहमी से इसलिए पीट सकता है क्योकि उसने रमजान के कथित मुक़द्दस महीने की, कुछ खा कर बेअदबी कर दी थी तो फ्लोरिडा (अमेरिका) के 'पल्स' गे क्लब में एक अफ़गान मूल के उमर मतीन का हैवान इतनी कुलाचें मारता है कि वह ५० लोगों की एक साथ हत्याए कर सकता है.धर्म की जहालत से मुक्त इंसानी समाज ही कुछ रचनात्मक कर सकता है, धर्म के घोड़े पर बैठ कर अब तक वह पिशाच ही बना है.
तुम्हारे धर्मो पर लानत..
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