Sunday, June 12, 2016

देश के महानगरों से गरीबों के बच्‍चों के गायब होने की परिघटना ना तो नयी है और ना ही बुर्जुआ मीडिया की पहूॅैंच से दूर पर अमीरजादों के घरों के लिए सस्‍ते नौकर, ऐशो अय्याशी कर अपने अंग खराब करने वाले अमीरों के लिए अंग बदलने के साधन व वेश्‍यागृहों के लिए लड़कियां जिस रास्‍ते से उपलब्‍ध हो, उसके बारे में पूँजीवादी मीडिया, चुनावी पार्टियां आदि चुप्‍पी ही साधे रहते हैं। यहां तक कि पुलिस, नेता आदि तमाम इसमें सीधे सीधे दलाली भी खाते हैं।

 
Satya Narayan
June 12 at 10:41pm
 
देश के महानगरों से गरीबों के बच्‍चों के गायब होने की परिघटना ना तो नयी है और ना ही बुर्जुआ मीडिया की पहूॅैंच से दूर पर अमीरजादों के घरों के लिए सस्‍ते नौकर, ऐशो अय्याशी कर अपने अंग खराब करने वाले अमीरों के लिए अंग बदलने के साधन व वेश्‍यागृहों के लिए लड़कियां जिस रास्‍ते से उपलब्‍ध हो, उसके बारे में पूँजीवादी मीडिया, चुनावी पार्टियां आदि चुप्‍पी ही साधे रहते हैं। यहां तक कि पुलिस, नेता आदि तमाम इसमें सीधे सीधे दलाली भी खाते हैं।
ऐसे में गरीबों मेहनतकशों के पास अपने बच्‍चों को बचाने का एक ही रास्‍ता है और वो है अपनी फौलादी एकजुटता के दम पर शासन-प्रशासन को कार्रवाई के लिए विवश करना व साथ ही अपनी बस्तियों में चौकशी दस्‍ते बनाना।
मुम्‍बई के मानखुर्द व गोवण्‍डी इलाके में लगातार गायब हो रहे बच्‍चों को बचाने के लिए नौभास कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से इलाके में अभियान चला रहे हैं। इसी कड़ी में 16 जून को स्‍थानीय थाने का भी घेराव किया जायेगा। लोगों तक इस बात को पहूँचाने के लिए रोजाना सुबह शाम इलाके में सभाएं की जा रही है व इस मौके पर जारी पर्चे का हजारों की संख्‍या में वितरण किया जा रहा है।
पर्चे का लिंक https://www.facebook.com/naujavanbharatsabha/posts/1717815988472374
मुम्‍बई में लगातार गायब हो रहे बच्‍चों को बचाने के लिए नौभास का अ
देश के महानगरों से गरीबों के बच्‍चों के गायब होने की परिघटना ना तो नयी है और ना ही बुर्जुआ मीडिया की...

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