Tuesday, November 10, 2015

हमारे गुरुजी भी आगे महाभारत की चेतावनी दे रहे हैं और बता रहे हैं पतन और अवसान की कथा।

हमारे गुरुजी भी आगे महाभारत की चेतावनी दे रहे हैं और बता रहे हैं पतन और अवसान की कथा।
पलाश विश्वास
जिस गरुग्रंथ साहिब को हम सर्वोच्च मानते रहे हैं,उस गुरु पर्व का अवसान ही यह अंधियारा है।

मुक्त बाजार में जो चकाचौध महातिलिस्म हुआ करे हैं।

हमारे गुरुजी हमारे मार्गदर्शक रहे हैं और उनके मार्गदर्शन का सिलसिला थम नहीं है।

सिखों के लिेए गुरुग्रंथ साहिब सर्वोच्च है.जहां ईश्वर, देवताओंअपदेवताओं,देवियों की,अपदेवियों की कोई सत्ता नहीं होती।

सारे संस्कार गुरुग्रंथ साहिब के सामने संपन्न होते हैं।

पंजाब में और पाकिस्तान में छूटे पंजाब में भी न सिर्फ बोली बल्की संस्कृति,रीति रिवाज एक हैं और आपरेसन ब्लू स्टार ध्रूवीकरण से पहले तक पंजाब में हिंदुओं और सिखों के लिए गुरुग्रंथ साहिब स्रवोच्च रहा है।

आपरेशन ब्लू स्टार ने इस गुरुपर्व का अवसान कर दिया है।

आज की पीढ़ी के लिए गुरु दुर्लभ हैं तो हम जैसे बूढ़ों के गुरु अब भी हमें ठोंक ठोंककर सही दिशा बता रहे हैं।

मुझे बाकी किसी चीज की इस दुनिया में परवाह नहीं है सिवाय इसके कि हमारे गुरुजी के सत्य वचन से कहीं हमारा विचलन न हो जाये।नैनीताल में मेरे साथी मुझे वास मैदान लौटने को न कहें।

बिहार के केसरिया बलात्कार सुनामी के खिलाफ जिस अशनिसंकेत का जिक्र हम बार बार कर रहे हैं हमारे गुरुजी तारा चंद्र त्रिपाठी ने उसका खुलासा साफ साफ किया है।
TaraChandra Tripathi

-- मेरे भाजपाई मित्रों की नजर में मोदी की वर्तमान हालत चक्रव्यूह में फँसे अभिमन्यु की सी हो गयी है. पर वे नहीं समझते कि यह चक्रव्यूह उसके सिपहसालारों ने ही रचा है. केवल अठ्ठारह महीने में ही उसकी ढपोरशंखी नौटंकी और हिन्दू उग्रवाद ने उसकी वैश्विक हालत पतली कर दी है. बिहार में जो हुआ है, वह अस्थिरता, अराजकता और लालू के शरणागत नितीश के भारी सरदर्द का एक और अध्याय है. 
मोदी कभी नामांकित भड़्कीले परिधान धारण करने के कारण उपहास के पात्र बने तो कभी अमरीका में बसे भारतीय उद्योग कर्मियों से अपने तथाकथित उत्तम कार्य का प्रमाणपत्र प्राप्त करने में. जनता का इतना विश्वास प्राप्त करने के बाद भी वे आचरण के मामले में खरे नहीं उतरे. एम्स के ईमानदार सतर्कता अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने जिस भारी घोटाले को खोला था, उस घोटाले के तथाकथित आरोपी के संरक्षक जे.पी. नड्ढा को स्वास्थ्य मंत्री बना दिया. अल्प शिक्षित महिला इस देश की शिक्षा मंग्त्री बना दी गयी.उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रतिगामी शक्तियों को लादा जाने लगा. स्वतन्त्र चेता लोगों के मारे जाने, अपमानित किये जाने की बढ़्ती हुई घटनाओं पर मौन उनकी सह्मति का संकेत बन गया.
मोदी महाराज अपने सिपहसालारों और विदेशों में मोदी-मोदी-मोदी- के प्रायोजन को छोड़ कर सर्वधर्म समभाव के साथ जनता के वास्तविक हित का काम करें, नहीं तो आपकी लुटिया तो डूबेगी ही, देश की भी लुटिया डूब जायेगी. क्योंकि अटलबिहारी के बाद राष्ट्र नेताओं के स्तर का कोई कोई नेता दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहा है.
नितीशे ने कुछ झलक दिखाई थी पर अब वह भी लालू नाग की कुंडली में फँस गया है


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