बताइये छोटी छोटी आदिवासी बच्चियों से बलात्कार
करना
किसी सभ्य नागरिक के लिये संभव है क्या ?
मशहूर गांधीवादी कार्यकर्ता हिंमांशु जी के फेसबुक वाल से साभार
मेरी मांग है कि राष्ट्र छत्तीसगढ़ पुलिस को विशेष पुरस्कार दे
मेरा सुझाव यह भी है कि इसके अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस को डबल तनख्वाह भी मिलनी चइये
आपको नहीं पता छत्तीसगढ़ पुलिस अपने काम के अलावा कितने सारे और काम भी करती है
सबसे पहले वह सबूत जुटाने का काम करती है
पुलिस खुद ही नक्सलियों की वर्दी , और पुरानी सड़ी हुई बन्दूकें कन्धों पर ढो कर आदिवासियों के घर तक ले कर जाती है
फिर आदिवासियों को घर से पकड़ कर पुलिस आदिवासियों को नक्सलियों की वर्दी पहनाती है
फिर पुलिस अपने साथ लाई हुई बन्दूक आदिवासियों के कन्धे पर लटकाती है
फिर कितनी मेहनत से पुलिस एक फर्जी कहानी बनाती है
फिर पुलिस अपनी नौकरी की परवाह ना कर के एक फर्जी मुकदमा अदालत में ले कर जाती है
अगर आपको यकीन नहीं होता तो मैं आपको उदाहरण दे सकता हूँ
आज ही पुलिस ने सुकमा जिले के तिम्मापुरम गांव में दो आदिवासियों को उठाया है
पुलिस नें अपने साथ लायी हुई वर्दी और बन्दूक के साथ आदिवासियों का फोटो खींचा
और दोनों आदिवासियों को जेल में डाल दिया है
इसके अलावा पुलिस कितनी मेहनत से आदिवासी महिलाओं की हत्या करती है
अपने काम के अलावा पुलिस अदालत का काम भी करती है
पुलिस अदालत को न्याय करने की जहमत नहीं देना चाहती
पुलिस खुद ही सज़ा भी दे देती है
बताइये छोटी छोटी आदिवासी बच्चियों से बलात्कार करना
किसी सभ्य नागरिक के लिये संभव है क्या ?
लेकिन हमारे विकास के लिये हमारे सिपाही बलात्कार भी करते हैं
क्या हमारे लिये इतने सारे खतरनाक काम करने वाले सिपाहियों को हमें इनाम नहीं देना चाहिये ?
जी बिलकुल ठीक वैसा ही इनाम
जैसा सोनी सोरी की कोख में पत्थर भरने के बाद
पत्थर भरने वाले वाले पुलिस अधिकारी को
भारत के राष्ट्रपति नें इनाम दिया था
भारत के राष्ट्रपति नें इनाम दिया था
आइये मिल कर बोलिये
हमारी क्रूरता जिंदाबाद
हमारा अंधा राष्ट्रवाद जिंदाबाद
हमारी आत्महत्या का रास्ता जिंदाबाद
हमारी क्रूरता जिंदाबाद
हमारा अंधा राष्ट्रवाद जिंदाबाद
हमारी आत्महत्या का रास्ता जिंदाबाद
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