Thursday, January 28, 2016

35 साल पहले साहित्य अकादमी मिला। उसके बाद आज तक न ज्ञानपीठ मिला, न पद्मश्री, न पद्मभूषण। भारत रत्न का तो ख़ैर सवाल ही नहीं। डार से बिछुड़ी इस मित्रो मरजानी का नाम तो आपसे क्या पूछूँ। आप जानते ही हैं।


35 साल पहले साहित्य अकादमी मिला। उसके बाद आज तक न ज्ञानपीठ मिला, न पद्मश्री, न पद्मभूषण। भारत रत्न का तो ख़ैर सवाल ही नहीं। डार से बिछुड़ी इस मित्रो मरजानी का नाम तो आपसे क्या पूछूँ। आप जानते ही हैं।
Comments
मनोज पांडेय सूरजमुखी अँधेरे की...
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शशि शर्मा सूरजमुखी अँवेरे के ।
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Palash Biswas
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Bhavna Prakashan krishna ji
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Rajni Gupt अरे, उन्होंने पद्मश्री लेने से खुद मना किया था
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Ekla Chalo Re यारो के यार
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Pramod Kumar कृष्णा सोबती जी
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Manvinder Bhimber कृष्णा सोबती
सुमित्रा जो बनी मितरो
कया कलेक्टर घड़ा...See More
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Shayda Bano hum hashmat
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Vandana Dev Shukla Aisi hastiyon ko kisi purskar kee darkar nahin.
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Divikramesh Ramesh ऐ लड़की। काश कि अपनी सीमाएं भी सुन पातीं।
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Malik Rajkumar जोहार करने वाले फर्स्ट आते हैं । पर ये तो आग्रही ही नहीं हैं । नमन ।
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Rupa Singh ऐ लड़की इस हशमत के पास सबकी जिंदगीनामा गिरवी पड़ी है..हम सूरजमुखी अँधेरे के हैं।
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Raghu Shashvat कृष्णा सोबती
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Shukla Choudhury ओह---क्या दबंग आवाज है/खुूबसूरत गद्य को पढ़ते हुए जलतरंग
की स्वर लहरी का एहसास होता है.काला रंग बेहद पसंद करती है--
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Mohan Sagoria शलाका सम्मान ?
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जन विजय शलाका पिलाका भी कोई सम्मान है भला?
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Palash Biswas
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शशि शर्मा कृष्णा सोबती उन चंद लोगों में हैं जिन्हें मेरा बस चले तो कभी दुनिया से जाने न दूँ। अद्वितीय व्यक्तित्व ।
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Umashree Seva Sansthan "जनविजय" जी आप का साधुवाद....इस महान हस्ती का दर्शन कराने के लिए..... कैसे कैसे अनमोल रत्न गुम हो गए.....ज़िंदा लाशों के जंगल में
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Varyam Singh Bahut Bari rachanakaar. Sab puruskaar choten hain!
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Pushpa Tiwari The great writer . वेरी स्टाइलिश । बहुत अच्छा एप्रोच नए लेखकों के लिए । यह अनुभव के आधार पर हम हशमत है के लिए । क्या व्यक्तित्व है ।
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Vijay Shankar नमस्कारम्, प्रतिभा परिचय की मोहताज नहीं होती, कीर्तिर्यस्य स जीवति।
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Sami Faridi Krashna sobti ka javab nahi.
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Laxminarayan Patel कृष्णाजी को नमन्
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Gyan Parkash Vivek Krishna. Sobti. Punjabiat. Ka wo. Drkshaan. Aaftab. Hain. Jis. Ke. Samne. Sare. Smman.fikey. Aadamkad. Shaksiat. Ko. Mera. Salam
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Dr-Yaasmeen Khan ऐ लड़की
सहमत हूँ आज कल तो पुरस्कार मिलने की भी अपनी क्रीड़ा है।
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Dr-Yaasmeen Khan आत्मीयता और विनम्रता प्रेम तो उनमे कूट कूट कर भरा है अद्वित्य हैं सोबती जी किसी पुरस्कार की मोहताज नहीं बेताज मलिका हैं साहित्य जगत की और दिलों में बसती हैं।
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Ajamil Vyas वर्तमान साहित्य पत्रिका के कवर फोटो के लिए उनके यहां गया था । उसकी याद आज तक है । आलू के पराठे और अचार खिलाया था उन्होंने खुद बनाकर । कृष्णा जी का स्नेह मैं कभी नहीं भूल सकता । सारे पुरस्कार और सम्मान बहुत छोटे हैं उनके आगे ।
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Vandana Sharma कृष्णा सोबती के सामने पुरस्कार छोटे हैं और बेमानी भी ।
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Sanjay Mathur मित्रो मरजानी
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Shagufta Sheereen Ek bar Milne ka mauka Mila tha bahut nekdil lekhika hay Krishna sobti ji
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