Saturday, February 27, 2016

हम भी आराम उठा सकते थे घर पर रह कर हमको भी पाला था मां-बाप ने दुख सह-सह कर वक्त-ए-रूखसत उन्हें इतना भी न आए कह कर गोद में आंसू कभी टपके जो रूख से बह कर तिफ़्ल उनको ही समझ लेना जी बहलाने को ! दिल फ़िदा करते हैं, कुरबान जिगर करते हैं पास जो कुछ है वो माता की नज़र करते हैं खान-ए-वीरान कहां देखिए घर करते हैं ख़ुश रहो अहले-वतन हम तो सफ़र करते हैं जाके आबाद करेंगे किसी वीराने को ! - शहीद रामप्रसाद बिस्मिल

शहादत को सलाम
`---------------------
27 फरवरी ,भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम के अप्रतिम योद्धा, शम-ए-आज़ादी के परवाने शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद का शहादत-दिवस है। आइए, हम सब मिलकर अपने देश की एकता, अखंडता और नवनिर्माण लिए कुछ भी कर गुज़रने की शपथ के साथ उनकी शहादत को सलाम करें !
हम भी आराम उठा सकते थे घर पर रह कर
हमको भी पाला था मां-बाप ने दुख सह-सह कर
वक्त-ए-रूखसत उन्हें इतना भी न आए कह कर
गोद में आंसू कभी टपके जो रूख से बह कर
तिफ़्ल उनको ही समझ लेना जी बहलाने को !
दिल फ़िदा करते हैं, कुरबान जिगर करते हैं
पास जो कुछ है वो माता की नज़र करते हैं
खान-ए-वीरान कहां देखिए घर करते हैं
ख़ुश रहो अहले-वतन हम तो सफ़र करते हैं
जाके आबाद करेंगे किसी वीराने को !
- शहीद रामप्रसाद बिस्मिल
by - Dhruv Gupt

No comments:

Post a Comment