Saturday, January 23, 2016

रामदास के हत्यारे ने जब, ''नाम पुकारा, हाथ तोलकर चाकू मारा" तो न देखते हुए भी उसे सबने देखा था, पर रोहित का हत्यारा भी इसके बावजूद बहुत छुपा हुआ नहीं है कि वह सुसाइड नोट के पीछे, अपना चेहरा छुपाना चाहता है।

रामदास के हत्यारे ने जब, ''नाम पुकारा, हाथ तोलकर चाकू मारा" तो न देखते हुए भी उसे सबने देखा था, पर रोहित का हत्यारा भी इसके बावजूद बहुत छुपा हुआ नहीं है कि वह सुसाइड नोट के पीछे, अपना चेहरा छुपाना चाहता है।
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