Sunday, January 24, 2016

Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna 23 hrs · फाइलें सार्वजनिक होने पर पात्रा जी ने यह अद्भुत खुलासा किया है कि नेता जी का पूरा नाम सुभास चन्द्र बोस था । लेकिन यह नहीं बताया कि आज़ाद हिन्द फ़ौज़ के सेनानियों पर चले राजद्रोह के मुक़द्दमे की पैरवी के लिए जवाहर लाल नेहरू जीवन में पहली बार और आखिरी बार एक वकील के रूप में कोर्ट में पेश हुए । और यह तो शायद एक मामूली सी बात है कि आज़ाद हिन्द फ़ौज़ के सभी सैनिकों को स्वतन्त्र भारत की सरकार ने स्वाधीनता सेनानी का ओहदा दे , पेंशन शुरू की , जो आज भी बरक़रार है ।


फाइलें सार्वजनिक होने पर पात्रा जी ने यह अद्भुत खुलासा किया है कि नेता जी का पूरा नाम सुभास चन्द्र बोस था । लेकिन यह नहीं बताया कि आज़ाद हिन्द फ़ौज़ के सेनानियों पर चले राजद्रोह के मुक़द्दमे की पैरवी के लिए जवाहर लाल नेहरू जीवन में पहली बार और आखिरी बार एक वकील के रूप में कोर्ट में पेश हुए । और यह तो शायद एक मामूली सी बात है कि आज़ाद हिन्द फ़ौज़ के सभी सैनिकों को स्वतन्त्र भारत की सरकार ने स्वाधीनता सेनानी का ओहदा दे , पेंशन शुरू की , जो आज भी बरक़रार है ।
Comments
आशीष बमेटा नेहरू :- सुभाष चंद्र बोस criminal थे ।।

मित्रो आज सुभाष चंद्र बोस जी से जुडी गोपनीय फाइलें जारी होने लगी हैं और जिन्होंने देश को बर्बाद किया वे ही सच्चे क्रान्तिकारियो को criminal कह रहे है उनकी नजर में भगत सिंह भी criminal थे और नेता जी भी ,, यही है इस देश दुर्भाग्य ।।...See More
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Adwet Bahuguna if you know English i think you understand the meaning of " your war criminal "
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Vijay Shukla प्रधानमंत्री इंग्लैंड के नहीं ब्रिटेन के होते हैं। क्या जवाहरलाल नेहरू को स्वयं के नाम की स्पेलिंग नहीं लिखने आती थी?क्या नेहरू कोई पत्र लिखते तो अपने हस्ताक्षर नहीं करते?
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Palash Biswas
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Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna aaj सार्वजनिक फाइलों से यह भी खुलासा हुआ है कि नेता जी को कभी युद्ध अपराधी घोषित किया ही नहीं गया था
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Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna नेहरू 1947 में प्रधान मंत्री बने । फिर उन्होंने 1944 में ब्रिटिश प्रधानमन्त्री को खत क्योंकर लिखा ? दर असल ऐसा कोई पत्र कभी लिखा ही नही गया । प्रचारित पत्र फ़ोटो शॉप का परीणाम है , जो आज जाहिर की गयी फाइलों में कहीं है ही नहीं ।
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Vijay Shukla प्रधानमंत्री इंग्लैंड के नहीं ब्रिटेन के होते हैं। क्या जवाहरलाल नेहरू को स्वयं के नाम की स्पेलिंग नहीं लिखने आती थी?क्या नेहरू कोई पत्र लिखते तो अपने हस्ताक्षर नहीं करते?
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Palash Biswas
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Satyendra Hemanti अब तो नेता जी सुनते ही मुलायम सिंह जी का चेहरा सामने आ जाता है.
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Ravi Bagoti उत्त पदेश के क्रांतिकारी
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Palash Biswas
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Bhuwan Pathak झूठ बोलने में संघियौ का कोई जबाब नहीं । शुभाष बाबू मूलतः बामपथिं विचार धारा के काय॔कृता थे ।उनकी पार्टी फाव॔ड ब्लाक हमेशा धार्मिक कट्टरता के खिलाफ रही । एका एक भाजपा और भगवा झंडा बरदार संघ का नेता जी से प्रेम
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Ravi Bagoti झाड़ू वाली फ़ोटो की सत्यता का भी पता चल गया है।
भक्तों में कमाल का फोटशॉप सेन्स है
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नागेन्द्ररतूड़ी स्वतंत्रपत्रकार चिह्नितराज्यान्दोलनकारी अगर यह पत्र सत्य है तो इस पर नेहरू जी के हस्ताक्षर क्यों नहीं हैं? शायद उन्हें हस्ताक्षर करना नहीं आता रहा होगा.
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Ravi Bagoti हे हे हे
अब आपने बता दिया है।
भक्त कल तक हस्ताक्षर वाला ले आयेंगे
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Palash Biswas
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Pancham Singh Rawat सत्ता का पत्ता कुछ भी कर सकता है
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Sanjay Thapliyal सुबह से न्यूज़ वेबसाइट्स / अख़बारों में ढूंढ रहा था..शायद याद भी नहीं किसी को.. आखिर किया ही क्या है इन्होंने..है ना?स्व्तंत्रता संग्राम के इतिहास के सबसे उपेक्षित नायक.. मांग के नहीं, छीन के आज़ादी लेने का जज़्बा जगाने वाले.. गांधीजी और नेहरू से भी ज्यादा...See More
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Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna नेहरू अपने हर भाषण का समापन नेता जी के घोष वाक्य - "जय हिन्द " से करते थे । शायद शाखा व्याख्यान समापन पर भी ऐसा ही होता होगा ।
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Sandeep Singh Chauhan भक्तो की नेहरु द्वारा भेजी गयी चिठ्ठी भी भक्तो की तरह फेक ही निकली 
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Raghuveer Negi kuch bhi kaho majboori ka naam mahtma gandhi hai nehru aur jindabad bolna majboori nahin tol
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Raghuveer Negi hmre hiro neta ji the jinka role karne k liye aapas main lad baithate the
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Sanjay Thapliyal कैसे हो यार तुम सब लोग अंधभक्ति का इससे गलीच उदाहरण कोई और नही हो सकता आप कैसे कह सकते हो Sandeep Singh Chauhan जी क्या वास्तव में तुम्हारी आत्मा को लगता है ये की नेता जी और नेहरू मे
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Jageshwar Jageshwar Joshi नेहरू की आलोचना हो सकती है.लेकिन राजनीति फायदे के लिए इस युगनिर्माता पर कीचड़ फेकना अच्छा नहीं लग रहा.
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Sandeep Singh Chauhan Sanjay Thapliyal जी ज्यादा आंसू न बहायिये आपको सूट नहीं करता ये। कितना जानते हो आजाद हिन्द फ़ौज और नेताजी के बारे में? आज़ाद हिन्द फौज के सेनापति जनरल शाहनवाज़ के साथ बड़ी संख्या मुस्लिम सेनानियों की ही थी। नेता जी वामपंथी विचारधारा के थे। आज नेताजी होते तो आप भक्तो की फ़ौज उनको कभी का गद्दार मुल्ला और देशद्रोही घोषित कर देती। आप हिन्दू एकता कीजिये नगर मंत्री जी।
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Sanjay Thapliyal दादा भारतीय इतिहास का बहुत गहन अध्धयन किया है मैने और कमाल की बात यह है कि वो ई
इतिहास भी वामपंथीयों और खांग्रेसियों के मार्गदर्शन में बना है
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Palash Biswas
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Devendra Singh Rawat गाल बजाने वाले तो गाल ही बजायेंगे गुरु
सब जमीनी हकीकत से परे है।
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Vijay Shukla झूठा फोटोशॉप किया हुआ पत्र। जानबूझकर गद्दारों ने इस पत्र पर नेहरूजी के हस्ताक्षर नहीं किये क्योंकि स्वाभाविक है ऐसे में कोंग्रेस इस हस्ताक्षर की फोरेंसिक जांच की मांग करेगी और वो जाली साबित होगा। ऐसे में देश के गद्दारों ने भक्तों को खुश करने के लिए एक ...See More
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Deepak Badola भक्तों को जरुर पढनी चाहिये
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Om Prakash Petwal Sir aapki G.K. ⁉️
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Satish Saklani आप सभी के तर्क लाजबाब लगे सभी ने अच्छी ज्ञानबर्धक चर्चा की । मेरा ब्यक्ती मानना है कि ना तो नेहरू जी सँघ से जुडे थे ना ही नेता जी सँघ से जुडे ना महात्मा गाँधी सँघ से जुडे फिर भी ये सँघ को जानते और मानते थे उसकी कद्र करते थे बेशक राजनैतिक कारणोँ से सँघ ...See More
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Alok Mall किसने नकारा है
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Palash Biswas
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नागेन्द्ररतूड़ी स्वतंत्रपत्रकार चिह्नितराज्यान्दोलनकारी पर सकलानी जी इनका योगदान कौन नकार रहा है.बात तो यह है कि लोग नेहरू पर गलत रूप से कीचड़ उछाल रहे हैं.मैं कांग्रेसी नहीं हूं.पर किसी पर गलत आरोप सहन नहीं सकता.मेरे पास 1945 की प्रकाशित पुस्तक है जिस का नाम है आजाद हिंद फौज.उसमें कही भी नेहरू पर आरोप नहीं...See More
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Mandoli Pankaj वही तो
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Satish Saklani आदर्णीय रतूडी जी आपकी तथा भाई राजीव नयन बहुगुणा जी की बात से मै पुर्ण सहमत हूँ । मै भी मानता हूँ कि यदी ऐसा होता तो वैसा होता और आज परिस्थितियाँ कुछ और होती . ऐसा सोचने से बेहतर होगा कि हम यह सोचे कि अब देशहित मे कब कैसे और क्या होना चाहिये ।
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Satish Saklani अब बर्तमान मे देशहित की जिम्मेदारी हमारी पीडी की बनती है हम क्या कर रहे हैँ और इससे भी ज्यादा अच्छा क्या कर सकते हैँ हमे इसपर ज्यादा फोकश करना चाहिये । अपने ही लोगोँ पर हमारा जरूरत से ज्यादा आक्रामक होना ठीक नही है ।
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Satish Saklani देश के सारे जननेता और सारी जनता कभी भी किसी भी बात पर एकमत नही रही ना आजादी के पहले ना आजादी के बात । अब हमारा उन सब असहमतीयोँ को लेकर बैठे रहना ठीक नही है ।
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Shishram Kanswal संघियों को ( कुछ को छोड़) गड़े मुर्दें खोद कर उनकी जाति ,लिंग पता करने और मुर्दों की सड़ॉध सूंघने का चस्का है । और नेहरू जी समेत स्वतंत्रता सेनानियों की नीली टट्टी पीली टट्टी सफेद या पीली पेशाब पर चर्चा करने में आनन्द आता है ।
स्वतंत्रता आन्दोलन मे नकारात्मक भूमिका की झेंप मिटाने के लिये संघी स्वतंत्रता सेनानियों के चरित्रहनन की संगठित मुहिम चला रहे हैं फर्जी दस्तावेज बना रहे हैं ।
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Satish Saklani कन्सवाल जी आपकी बात ठीक है सिर्फ निशाना गलत है कुछ ब्यक्तीयो की निजी आक्रामकता के लिये पूरे सँघ परिवार को दोशी ठहराना गलत है । मै खुद सँघ के प्रचार बिभाग मे हूँ फिर भी सँघ के आलोचको को गलत नहीँ मानता , सब आजाद भारत के आजाद नागरिक है सबका अपना अपना दृष्...See More
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Shishram Kanswal आप जैसे कई प्रबुद्ध लोग संघ मे हैं जिन्हे मै पहले ही अपवाद सूचि में रखता हूं । संघ मे मेरे कइ मित्र हैं जो सदैव दिमाग की खिड़की खुली रखते हैं । आप जैसे खुले विचारशील लोगों के कारण ही तो संघ की प्रासंगिता बची हुई है ।
कश्मीर ,नेहरू जी ,अडवानी ज...See More
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Satish Saklani बेशक किसी भी बिषय पर तर्क शिस्टाचार को ध्यान मे रखकर की जाय तो ज्ञान बर्धक बिचार गोष्ठी बन जाती है आपके ज्ञानी हैँ आपसे तर्क करके मुझे भी काफी कुछ जानने सीखने को मिलेगा जिसकी मुझे जरूरत भी है और तिब्र इच्छा भी । शुभ प्रभात आपका दिन मँगलकारी हो यही शुभकामना है ।
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Sanjeev Tyagi इनकेआदर्श नेता भारत छोडो आन्दोलन में गवालियर में सरकारी गवाह बन कर अंग्रेजो की चापलूसी कर रहे थे इन्हें महान कांग्रेसी स्वतंत्रता सैनानियों की बात करने का कोई हक नही बनता इन्हें गवालियर स्वतंत्रता आन्दोलन की भी फाईल ओपन करनी चाहिए अपने गिरहबान में झाक...See More
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Shishram Kanswal जन-जन के दिलों दिमाग पर छाये मॉ भारती के महान सपूत नेता जी सभी दलगत भेदभावों से बाहर हैं । कौन भारतीय है जिसके मन मस्तिष्क मे नेता जी के प्रति अपार सम्मान दुलार नही है । पर कुछ कंम्पनिया ,तालिबानी विचार वाले नेहरू जी व कॉग्रेस को नेता जी का शत्रु साबित...See More
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Bhuwan Pathak शुभाष बाबू ने पहली बार अपने सम्बोधन में गांधी जी को राष्ट्र पिता कहा । कांग्रेस और आजाद हिंद फौज दोनों आजादी के लिए संघर्षरत थे । आज भाजपा जिस तरह से इसकी व्याख्या कर रही है वह अफसोसजनक है । बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा किसी भी हद तक जा पहुंची हैं। इतिहास के साथ इस तरह की छेड़छाड़ हजारों सालों की शभ्यता की महान परंपराओं के साथ अन्याय है ।
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Bhuwan Pathak मुझे कभी कभी अपने पर तब कोफ्त होती है जब देश की जनता और उसके सामुहिक और सामुदायिक विवेक पर भरोसा कम हो जाता है । rss ने थोड़ा डराया है उससे ज्यादा हमारी हडबडी है । कुछ नहीं होने वाला है ।
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Satish Saklani सँघ ने ना तो नेता जी की फाईले छिपाई ना आज आपके सामने उन फाईलो को लाने की माँग सँघ ने की यह माँग नेता जी के परिवार की थी और है जिसका समर्थन आप हम सभी भारतीयो ने किया क्यौँ कि नेता जी हर भारतीय के हमेशा प्रेरणा श्रोत रहे है । इन तत्योँ को ध्यान मे रखकर सँघ पर निशाना शाधना गलत है । मै आरोप प्रत्यारोप का पक्षधर नहीँ हूँ ।
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