Saturday, January 23, 2016

SC,ST,OBC की शहीद रोहित बेमुला को भरूच-गुजरात में श्रध्धांजलि.


देश की 54% से ज्यादा आबादी होते हुवे भी संवैधानिक मंडल कमीशन की संवैधानिक सिफारिसो में से 80% सिफारिसो को जातिवादियो ने लागु नहीं होने दिया.. देश के 16% एससी समुदाय को आज भी सामाजिक उच्च नीच के भेद से प्रताड़ित किया जा रहा है. 8% से ज्यादा एसटी समुदाय के संवैधानिक अधिकारों की धजिया उड़ाई जा रही है..
रोहित वेमुला को परशुराम और द्रोणाचार्य के वारिसो ने यूनिवर्सिटी के प्रशासको ने आत्महत्या की और धकेल दिया है. ओबीसी, एससी और एसटी एक है अलग नहीं है. अब बिनपक्षीय रूप से एक राष्ट्रिय आवाज संविधान लागु करो और प्रशासन में ओबीसी, एससी और एसटी की हिस्स्र्दारी स्थापित करो या खुर्शी खाली करो को बुलंद करने का समय आ गया है.
दि.22 जनवरी के एक दिन के धरना और शाम को भरूच में डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर की प्रतिमा के पास शहीद रोहित बेमुला को श्रध्धांजलि देते हुवे मूलनिवासी आन्दोलन के नेता परेश महेता, भरूच ओबीसी नेता @jagadish patnwadiya. BPSS की और से मै और महिलाओ के साथ ओबीसी, एससी और एसटी साथियों भी दिखाई दे रहे है.

No comments:

Post a Comment