Monday, January 4, 2016

:::खाड़ी पुराण:::: ============ Shamshad Elahee Shams

:::खाड़ी पुराण::::
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अली भक्तों ने ईराक में मोहम्मद भक्तों की दो मस्जिदों को बम से उड़ाया और एक अज़ान देने वाले को गोली मार कर अपने लिए जन्नत में जगह मुकर्र की. शेख निम्र की सऊदी में हत्या का असर पूरे खित्ते में सुन्नी बनाम शिया को 'वर्टिकल डिवाइड' की शक्ल दे रहा है. तेहरान में सऊदी दूतावास को नज़रे आतिश के बाद सऊदी, बहरीन,सूडान ने इरानी सफीरों को चलता कर राजनयिक संबंध तोड़ दिए है. सऊदी अरब और आसपास के मुल्कों में अमरीकी सैन्य ठिकाने यदि नहीं होते तो निश्चय ही इरानी सेनाएं अब तक रियाध फतह कर चुकी होती.
ईराक, लेबनान,सऊदीअरब, बहरीन, पाकिस्तान, भारत जैसे मुल्कों में शिया मुसलमान सड़कों पर उतर कर सऊदी शासकों को गरिया रहे हैं जिससे सुन्नी मुसलमानों में प्रतिक्रियावश सऊदी राजघराने के प्रति चाहे अनचाहे मोह को एक नई ताज़गी मिल रही है. कुछ मूर्ख सऊदी में शिया प्रदर्शनकारियों को 'क्रांति' की संज्ञा दे रहे है. एक इस्लामी ब्राण्ड को दूसरे इस्लामी ब्राण्ड से रिप्लेस करके इन क्रांतिवीरों की राजनीतिक समझदारी पर आप माथा पीटिये या छाती..
इस्लामी देशों के आन्तरिक असंतोष को विभिन्न धार्मिक दर्शनों से मिलने वाले इस अवैध समर्थन को 'प्रतिक्रांति' ही कहा जायेगा, जदीद राजनीतिक शास्त्र के अदीबों-तालिबे इल्मों को यह बात मालूम है.
इस पूरे तनाजे पर गिद्धों की पैनी नज़र पहले से ही लगी है, इलाके की बन्दर बाँट करने के लिए मौजूदा खाड़ी देशों के अन्तर्विरोध महज एक पृष्ठभूमि लिख रहे हैं.

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