Sunday, February 21, 2016

प्रिय साथी नमस्कार लेनिन की पुस्तक ‘साम्राज्यवादः पूंजीवाद की चरम अवस्था के 100 वर्ष पूरे होने और आज भी उसकी प्रासंगिकता वैसी ही बनी रहने के अवसर पर हम दो दिवसीय एक सेमिनार, जुलूस व सभा का आयोजन कर रहे हैं। यह कार्यक्रम अम्बेडकर द्वारा भारतीय जाति व्यवस्था पर अपना पहला पर्चा पढ़े जाने के 100 वर्ष होने पर यानि 26 फरवरी से शुरू होकर चन्द्रशेखर आजाद की शहादत के दिन यानि 27 फरवरी को जुलूस के साथ समाप्त होगा। इलाहाबाद में 26-27 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम का आमंत्रण पत्र अटैचमेट में संलग्न है। हमें आपका इन्तजार हैं।

प्रिय साथी
नमस्कार
लेनिन की पुस्तक ‘साम्राज्यवादः पूंजीवाद की चरम अवस्था के 100 वर्ष पूरे होने और आज भीउसकी प्रासंगिकता वैसी ही बनी रहने के अवसर पर हम दो दिवसीय एक सेमिनारजुलूस  सभाका आयोजन कर रहे हैं। यह कार्यक्रम अम्बेडकर द्वारा भारतीय जाति व्यवस्था पर अपना पहलापर्चा पढ़े जाने के 100 वर्ष होने पर यानि 26 फरवरी से शुरू होकर चन्द्रशेखर आजाद की शहादतके दिन यानि 27 फरवरी को जुलूस के साथ समाप्त होगा। इलाहाबाद में 26-27 फरवरी को होनेवाले कार्यक्रम का आमंत्रण पत्र अटैचमेट में संलग्न है। हमें आपका इन्तजार हैं।


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