Tuesday, February 23, 2016

पौराणिक ब्राह्मण धर्म में ओबीसी जातियो का सामाजिक स्थान क्या है?

पौराणिक ब्राह्मण धर्म में ओबीसी जातियो का सामाजिक स्थान क्या है?



- - - -ओबीसी कौन है ? इस प्रश्न का उतर 52% से भी ज्यादा आबादीवाले ओबीसी समुदाय के ज्यादातर बुध्धिजीवियो और पढ़े-लिखे लोगो के पास आज 2015 में भी नहीं है.

- - - - ओबीसी जातियों को ही पौराणिक ब्राह्मण धर्म के ब्राह्मण पंडितो ने वास्तविक शूद्र माना है. जबकि एससी और एसटी का चार वर्ण की व्यवस्था से बहार रख कर वर्णों में कोई स्थान नहीं है.

1922 में मद्रास हाईकोर्ट ने मदुराई के यादव-आहिर को शूद्र घोषित किया था. जबकि वे क्षत्रिय होने का दावा कर रहे थे.
1924 में भूमिहार जमीनदार नारायण सिंह ने बिहार के मुंगेर जिला के लाखुचक गाँव में जनेऊ पहनने का सामूहिक कार्यक्रम कर रहे यादवोँ पर सैकड़ोँ की सेना के साथ हमला किया था. नारायण सिंह का कहना था कि धर्म की रक्षा राजा का कर्तव्य है और शूद्र यादव जनेऊ धारण कैसे कर सकते है?.
1924 में मद्रास हाईकोर्ट ने छत्रपति शिवाजी के वंशज एकोजी के क्षत्रिय होने के दावे को ख़ारिज कर दिया था. मद्रास हाईकोर्ट ने 229 पेज के अपने फैसले में मराठा को क्षत्रिय नहीं बल्कि शूद्र वर्ण के घोषित किया था.
1926 में कलकत्ता हाईकोर्ट ने स्वामी विवेकानंद की कायस्थ जाति को क्षत्रिय नहीं माना तथा कायस्थों के शूद्र होने का फैसला दिया था.

- - - -1928 में बोम्बे प्रान्त के गवर्नर ने स्टार्ट नाम के एक अधिकारी की अध्यक्षता में पिछड़ी जातियों के लिए एक कमिटी नियुक्त की थी. इस कमिटी में डो. बाबा साहेब आम्बेडकर ने शुद्र वर्ण से जुडी जातियों के लिए " OTHER BACKWARD CAST " शब्द का उपयोग सब से प्रथम किया था, इसी शब्द का शोर्टफॉर्म ओबीसी है, जिसको सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़ी हुई जाति के रूप में आज हम पहेचानते है और उनको पिछड़ी जाति या ओबीसी कहते है.


- - - -स्टार्ट कमिटी के समक्ष अपनी बात रखते हुवे डो. बाबा साहेब आम्बेडकर ने देश की जनसंख्या को तीन भाग में बांटा था.
- - - -(1) अपरकास्ट(Upercast) जिसमे ब्राह्मण, क्षत्रिय-राजपूत और वैश्य जैसी उच्च वर्ण जातियां आती थी.
- - - -(2) बेकवर्ड र्कास्ट(Backward cast) जिसमे सबसे पिछड़ी और अछूत बनायीं गई जातियां और आदिवासी समुदाय की जातियां को समाविष्ट की गई थी.
- - - -(३) जो जातियां बेकवर्ड कास्ट और अपर कास्ट के बिच में आती थी ऐसी शुद्र वर्ण की मानी गई जातियोके लिए Other backward cast शब्द का प्रयोग किया गया था, जिसको शोर्टफॉर्म में हम ओबीसी कहते है.

- - - -संविधान की कलम 340 के अनुसार राष्ट्रपति एक कमीशन नियुक्त करेंगे और कमीशन ओबीसी जातियों की पहेचान करके उनके विकास के लिए जो शिफारिशों करेगा उनको अमल में लायेंगे. संविधान की कलम 15-(4), 16(4) के अनुसार ओबीसी जातियों के सरकारी तन्त्र में पर्याप्त प्रतिनिधित्व के लिए सरकार उचित कदम उठाएगी.


- -- - -शासन और प्रशासन में प्रभुत्व जमाये बैठे जातिवादियो ने ओबीसी के लिए नियुक्त काका कालेलकर कमीशन रिपोर्ट1953-1955 के रिपोर्ट को संसद की समक्ष भी नहीं रखा और कालेलकर कमीशन रिपोर्ट को कभी भी मान्यता नहीं दी या लागु भी नहीं किया.
- - - -1978 में केन्द्र सरकार ने ओबीसी के लिए दूसरा कमीशन बीपी मंडल की अध्यक्षता में नियुक्त किया. मंडल कमीशन रिपोर्ट-1980 को भी सत्ता मे प्रभुत्व जमाये बैठे जातिवादियो ने लागु करने की जरुरत न समजी और 1989 तक मंडल रिपोर्ट सचिवालय की अलमारी में धुल खाते रहा.
- - - -7 अगस्त 1990 के दिन केन्द्र सरकार ने देश के 52 % ओबीसी समुदाय के लिए मंडल कमीशन की सिफ़ारीश अनुसार केन्द्रीय नौकरियों में 27 % ओबीसी आरक्षण लागु करने की घोषणा की, जिसके विरोध में जातिवादियो ने देशभर में मंडल विरोधी आंदोलन प्रारंभ किया.
------ -मंडल कमीशन की दूसरी सिफारिश शिक्षा मे 27 % आरक्षण देरी से 2006-7 मे लागु किया गया. बढती मे 27 % आरक्षण आज भी लागु नहीं किया गया है. ओबीसी को पदोन्नति मे आरक्षण कब लागु किया जाएगा. बहुत सी सिफारिश का अमल आज भी जातिवादियो ने शासन और प्रशासन पर उनके प्रभुत्व को होते हुवे लागु नहीं होने दिया है.
- - - - हमें प्रश्न होना चाहिए की लोकतंत्र में 52 % जनसँख्या के होते हुवे भी ओबीसी समुदाय के संवैधानिक अधिकारों को रोकनेवाले शासन और प्रशासन पर प्रभुत्व जमाए बैठे जातिवादियो क्या भ्रष्ट नहीं है ?
- - - - क्या ओबीसी समुदाय के पढ़े-लिखे और फेसबुक में सामिल ओबीसी मित्रों उनके समुदाय के साथ जो व्यवहार हुवा है, उसके बारे में जानते है? वे कुछ नहीं कर सकते क्या ? ओबीसी बुध्धिजिवियो को अपना सामाजिक उत्तरदायित्त्व अवश्य निभाना चाहिए.
- - - - हमें प्रश्न होना चाहिए की लोकतंत्र में 52 % जनसँख्या के होते हुवे भी ओबीसी समुदाय के संवैधानिक अधिकारों को रोकनेवाले शासन और प्रशासन पर प्रभुत्व जमाए बैठे जातिवादियो क्या भ्रष्ट नहीं है ?
- - - - क्या ओबीसी समुदाय के पढ़े-लिखे और फेसबुक में सामिल ओबीसी मित्रों उनके समुदाय के साथ जो व्यवहार हुवा है, उसके बारे में कुछ जानते है क्या ? उनको अपना सामाजिक उत्तरदायित्त्व नहीं निभाना चाहिए क्या ?.


2014 में भी 52 % से ज्यादा जनसंख्या वाले ओबीसी समुदाय के पढेलिखे नागरिको जानते है कि, केन्द्रीय अमलदारो में ओबीसी की हेसियत क्या है ?
केन्द्रीय प्रशासन-1995 में 54% OBC का प्रतिनिधित्व
---------टोटल --------ओबीसी----- %
IAS--- 5261 ------- 221 - - - (4.21 %)
IPS--- 3498 ------- 142 - - - (4.06 %)
IFS--- -0642 ------- 043 - - - (6.70 %) --------------------------------------------- 

2006-7 में OBC,SC और ST का केन्द्रीय प्रशासन में प्रतिनिधित्व - वर्ग - - टोटल - - - - OBC- - - - - - SC - - - - - -ST - - - Uper cast
- 1 - 0080589 - - 0003788 - - 009580 - - 003465 - - 0067746
- - - - - - - - - - - - 04.70% - - 11.90% - - 04.30% - - 79.10%
- 2 - 0139958 - - 0003219 - - 019174 - - 006298 - - 0121267
- - - - - - - - - - - - 02.39% - - 13.70% - - 04.50% - - 79.50%
- 3 - 2036103 - - 0120130 - - 333921 - - 132347 - - 1449705
- - - - - - - - - - - - 05.90% - - 16.40% - - 06.50% - - 70.20%
(इंडिया टुडे - साप्ताहिक, दि.26-5-'10 के पेज 21 पर आधारित")





102 comments
Comments
Vikas Gour OBC पिछाडा है उसके लिए वह खुद जिम्मेवार है . जो दोस्तों को दुश्मन , और दुश्मन को दोस्त मन बैठा है. ओबीसी को पहले यह अहसास होना चिहिये की वह शुद्र है. वह अपने आप को शुद्र नहीं मानते . आपके मानाने न मानाने से क्या होता है . ब्राह्ममण लोग हमे को शुद्र मानते है.
Vikas Gour ARTICLE 340 KO COMPLETE LAGU KIYA JAYE.
Bhushan Patil jay jijau,
gud mrng,
aap ne obc ke bare me jo abhi bataya shayad vo bahot kam logo ko malum hoga aur muzhe bhi,lekin aap jo bhi likhate ho o bahot hi badiya rehata he aap yese hi aage kuch nayi nayi jankari dete rahe yahi aapse gujarish he.
G Singh Kashyap बी पी सिंह ने भी चालाकी किया २७% आरक्षण नौकरी में दिया था शिक्षा में नहीं अगर शिक्षित नहीं है तो नौकरी में कैसे जायगा मगर ओ बी सी को कुछ देकर भी नहीं देना था १६ नवम्बर १९९२ को सुप्रिमे कोर्ट ने creamylayer के साथ नौकरी और शिक्षा में २७% आरक्षणyer ...See More
G Singh Kashyap creamylayer दोधारी तलवार की तरह है शिक्षा में फीस बढाकर इतना जयादा कर दिया है जो creamylayer है वे तो फीस दे सकते है उनको तो शिक्षा में आरक्षण से बहार कर दिया मगर जिनके पास पैसा नहीं है महँगी शिक्षा लेने के लिए उनको कहते है की आप को आरक्षण दे रहे है. वे पैसे न होने के कारन वहा नहीं जा सकेंगे और जिनके पास पैसा है उनको creamylayer लगाकर बहार कर दिया ओ बी सी को कुछ नहीं mila
Jayantibhai Manani -
धन्यवाद Udit Raj, Motilal Sharma और Vikas Gour.
Jayantibhai Manani -
धन्यवाद Swapnil Kumar, Manji BokhaniVijay ChauhanMadan Kumar और Kiritkumar Pravasi.
Jayantibhai Manani -
G Singh Kashyapजी, आप की दोनों कोमेंट में दम है. creamylayer संविधान की भावनाओ के विरुध है और ओबीसी समुदाय के प्रतिनिधित्व को रोकने का जातिवादियो का षडयंत्र भी है.
Diwakar Singh Except Brahmans every castes in India are Backwards because the caste Brahmins have captured 90% of India's media, judiciary, bureaucracy, education, politics, business and thus Social, Economical, political and cultural supremacy on the vague concept of merit except the field of agriculture and menial fields.
G Singh Kashyap diwakar ji only shudra
Tarsem Singh Bains जागो जागो ....... OBC के लोगो अब तो जागो , यदि अभी भी नहीं जागे तो फिर कब जागोगे ??? अब्ब तो आपके समाज के संसद में, बहुत सारे सांसद ( MP ) हो गए हैं , जिनके माध्यम से आप अपने लिए बहुत ही अच्छी नीतियाँ बनवा सकते हैं //
Vijay Chauhan एकदम सही बात लिखी है आपने मनानी साहब.. जो समुदाय अपना वास्तविक इतिहास नहीं जानता, वो समुदाय कभी भी अपना इतिहास याने कि, उज्वल भविष्य नहीं बना पाता..
Shrawan Deore Thanks for offering valuable information
Jayantibhai Manani -
धन्यवाद Ashok Yadav
कोडीनार दलित वैचारिक मंच Respected Manani sir ! आपका बहुत धन्यवाद । ओबीसी को इतिहास पढना ही होगा क्युकि मेने कइ अग्यानीओबीसी के लोगोको बाबासाहब ओर भारतिय संविधान पर नाराजगी जताये सुना है ।
कोडीनार दलित वैचारिक मंच ओबीसी को सिर्फ ओर सिर्फ दलितो के आरक्षण से ही नाराजगी है (ye nivedan mere samprk me aye OBC ke logo ke vicharo or charchao kendr me rakh k mene kiya he)
Jayantibhai Manani -
Mayur B. Vadher ओबीसी को आरक्षण सत्ता मे सामाजिक हिस्सेदारी है इस बात का ही पत्ता नहीं है. ओबीसी ब्राह्मणों के करीबी है और एससी-एसटी के आरक्षण के विरुध मे सुनते रहेते है, इसी वजह से एससी-एसटी के आरक्षण के विरुध मे भी बोलते रहे है. 2006-7 मे शिक्षा मे 27 % ओबीसी आरक्षण के विरुध मे जब उच्च जातिओ के मुठिभर लोग बाहर निकले तब ओबीसी को कुछ सत्य का पता चला है, की दुश्मन कौन है ?
Ram Rambha More Informative and eye opener...
Jayantibhai Manani -
देश के संविधान ने देश के सभी नागरिको को समान अधिकार दिए है. प्रश्न ये है कि पौराणिक ब्राह्मण धर्म की चार वर्ण की व्यवस्था में आज की ओबीसी जातियों को कौन से वर्ण में रखा है ? सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछडे माने गए ओबीसी क्या है ? उस की जानकारी पढेलिखे ओबीसी को भी नहीं है. जानने के लिए जे.एन. वर्मा की इस किताब को अवश्य पढ़े. http://books.google.co.in/books?id=sM-1MNcR9AMC...
Articles on the other backward classes (OBC) in India.
BOOKS.GOOGLE.CO.IN
डॉ. हीरालाल प्रजापति कहना बहुत मुश्किल है क्योंकि ,विवादास्पद होगा अतः ................
Jayantibhai Manani -
डॉ. हीरालाल प्रजापति जी, पौराणिक ब्राह्मण धर्म के धर्म ग्रन्थ मनुस्मृति के अनुसार शुद्र और महिलाओ को उपनयन-जनेऊ धारण करने का अधिकार नहीं है. जिसको जनेऊ नहीं उनको शिक्षा धारण करने का अधिकार नहीं था. 1817 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने पुणे के पेशवा शासन को हराया था, तब देश में 2% लोग ही साक्षर थे. एक भी महिला शिक्षित नहीं थी और आज की ओबीसी जातियों में से एक भी व्यक्ति साक्षर नहीं थी.
Jayantibhai Manani -
धन्यवाद Umesh Solanki और Painter Babu
Chandra Bhushan Singh Yadav निःसंदेह शूद्र।
Jayantibhai Manani -
1. क्या गुजरात या भारत की एक भी ओबीसी जाति को जन्मजात जनेऊ धारण करने का सदियों से अधिकार रहा है?
2. क्या अंग्रेजो के शासन तक ओबीसी समुदाय की एक भी जाति में पति के मृत्यु के बाद पत्नी को सती बना ने की परम्परा थी? ...See More
DrBhav Singh Muzalda ओ बी सी वर्ग के लोग आपने अधिकारों के प्रति सजग नही हे ,और न ही समज़ने का प्रयास करते कारण १ हिन्दू धर्म के ग्रन्थ को समज़ने की भूल कर रहे हे २ हम क्या हे और हमारे साथ क्या हो रहा हमे कहा होना चाहिए ३ एस सी , एस टी की भावनाओ के समजे बिना अधिकार...See More
Manoj Dabhi Na Jane kyu brahman dharm ko aap itna mahatv dete Ho.
Manoj Dabhi Agar brahman dharm manne se inkar he to janoy pahan ke kya karna he?
Jayantibhai Manani -
भाई @Manoj Dabhi, मै हिन्दू के मुखौटे के निचे छुपाये गए पौराणिक ब्राह्मण धर्म के बारे में सच्चाई पेश कर रहा हु, जिनका शिकार देश के 54% ओबीसी समुदाय सब से ज्यादा है....
Devendranath Patel ye hai bramin dharm ..
Kauleshwar Kumar Priyadarshi पटेल जी आप जैसे १०% पिछङा-वर्ग विकसित हो जाये तो पुरे भारतवर्ष की दशा और दिशा बदल जाएगी I
Jayantibhai Manani -
देश में ओबीसी समुदाय की 54% आबादी होते हुवे भी संवैधानिक मंडल कमीशन(1980) की संवैधानिक सिफ़ारिशो का आंशिक ही अमल हुवा है और 90% संवैधानिक सिफ़ारिशो को लागु नहीं किया गया है. ...See More
Het Ram Chelak Iska kuchh vishe sh karan ye h ki jab tak mere OBC bhai bachhe ko bhagvan ki den aur pad ko kismat samjhne ki bhul karenge tab tak yehi hota rahega
Jayantibhai Manani -
Thanks Manohar Lal and Seju Mahendra Dalit Dastak
Jayantibhai Manani -
भाई कोडीनार दलित वैचारिक मंच, अपने संवैधानिक अधिकारों से अज्ञान ओबीसी को दलितो के आरक्षण से नाराजगी की वजह ब्राह्मणवादियों का संग है. कहावत है की जैसा संग वैसा रंग...
ज्यादातर ओबीसी आज भी आरक्षण को लाभ मानते है हिस्सेदारी का अधिकार नहीं...
Subhash Chandra Netaji Unity of obc - जागो ओबीसी जागो
Devendranath Patel अमेरिका के एक थिंक टैंक ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को आतंकवादी संगठन की लिस्ट में डाल रखा है। इस संगठन की वेबसाइट टेररिजम डॉट कॉम में थ्रेट ग्रूप प्रोफाइल्स में संघ का नाम शामिल है। थिंक टैंक के मुताबिक संघ एक संदिग्ध, पक्षपातपूर्ण समूह है जो हिंदू रा...See More
Terrorism Watch & Warning
TERRORISM.COM
Jayantibhai Manani -
- - - - ओबीसी जातियों को ही पौराणिक ब्राह्मण धर्म के ब्राह्मण पंडितो ने वास्तविक शूद्र माना है. जबकि एससी और एसटी का चार वर्ण की व्यवस्था से बहार रख कर वर्णों में कोई स्थान नहीं है....See More
Jayantibhai Manani -
Thanks डूंगरपुर बांसवाड़ा and Narendrabhai Rathod
Jayantibhai Manani -
- -- - -शासन और प्रशासन में प्रभुत्व जमाये बैठे जातिवादियो ने ओबीसी के लिए नियुक्त काका कालेलकर कमीशन रिपोर्ट1953-1955 के रिपोर्ट को संसद की समक्ष भी नहीं रखा और कालेलकर कमीशन रिपोर्ट को कभी भी मान्यता नहीं दी या लागु भी नहीं किया.
Hasmukhbhai Chudasama as per kalelkar report reservation for obcs probebly34% but kalelker was brahim hence in his conclsin with report he wrote i am not favour of this report and submitted with nagative remarks. now obcs community to think that cald kalelker kaka or shetan\?
Dr.Lal Ratnakar पर पुरे देश की जनता मोदी से त्रस्त है यह नज़र तो आता नहीं होगा ?
सिवा पूंजीपतियों के ?
Sanjay M Chavada Very good information
Thenks
Dhani Prashad रथ यात्रा है ?
Jayantibhai Manani -
1. क्या गुजरात या भारत की एक भी ओबीसी जाति को जन्मजात जनेऊ धारण करने का सदियों से अधिकार रहा है?
2. क्या अंग्रेजो के शासन तक ओबीसी समुदाय की एक भी जाति में पति के मृत्यु के बाद पत्नी को सती बना ने की परम्परा थी? ...See More
Dhani Prashad ओ.बी .सी.का अब यह है पैगाम,
शूद्र ही मानवता की करेगा इंसाफ
Sanjay Singh Rajput मनानी जी मै आपके आंदोलन का सम्मान करता हू , लेकिन मै ये कहना चाह रहा हु कि ओ.बी.सी. मै यादव ,लोधी,गुर्जर,जाट ,मराट ओर अन्य छत्रिय जातिया है ,तो वही नाई,सुनार,कुम्हार,काची,तेली,गडरिया है,
Sanjay Singh Rajput इन जातियो का इथिहास आप एक साथ कैसे जोड रहे है, सबकी कहानी अलग २ है,पोरणिक कालमै ,लेकिन लोकतंत्र मै सब को मिला दिया है
Sanjay Singh Rajput किस आधार पर आप ओ.बी.सी.के राजपुत होने का खड्न कर रहे है ,उ.प्र. & असम &उतारखंड कि र्ओ.बी.सी. कि सुची मै लोधी राज्पुत जाति के रुप है सरकार ने स्वीकार कियाहै
Sanjay Singh Rajput जाट ,लोधी, किसी राज्य मै तो जनरल मै आते है ,तो कही ओ.बी.सी.मै
Sunita Prajapati Bat mool obc ki ho rahi h.......
Arjun Rathva This movement is based on historical truths. Yes OBC''s are considered SHUDR. ADIVASI are surely independent to this four layer varn vyavastha
Sanjay Singh Rajput i agree with u but what is the definastion of o.b.c. .?
Sanjay Singh Rajput o.b.c. को आप किस रूप मै परिभाशा देगे ,म.प्र. मै धोबी समाज ओ.बी.सी.मैहै , लेकिन म.प्र.के ही एक जिले मै उन्हे s.t.का आरछण मिल रहा है
Sanjay Singh Rajput ६०० जातिया भारत की ओ.बी.सी.मै है ,उन सबका इतिहास एकसाथ कैसे जुड सक्ता है ?
Sunita Prajapati 600 jatio me bahut se samanya jati ko obc me dal diya gya h Jo ki galat h....mool obc me sahi mayny me vanchit jatya h.....
Sanjay Singh Rajput adv. mem ji mai wo hi to keh raha hu ki o.b. c. ko aap kaise defain karenge?
Sunita Prajapati Jo log obc st sc se nafrat karty thy aj vo general jatya Ku in jatio me any ko betab h...ky vo in jatio ko galy lagany ko utvaly h...ya phir in jatio ko apni bagio par bharosa nehi raha...sayad in jatio ka swabhiman gir gya h....Jo vo greb ki roti par nazar gaday h...
Sanjay Singh Rajput mem ye koi jabab nahi huaa
Sanjay Singh Rajput i know u are lawyer ,& i am lawyer
Sunita Prajapati Ya jawab he h...bat samgny ka fer h....general jatio ko makhan khany ki ad at h....sawarn log ko ya sobha nehi deta ki vo reservation ki mang kery ya phir reservation katam karny ki bat kary jabki vo jativadi mansikta se grast h...jabki st sc obc apny astitav ki ladi lad raha h...general jatiy kawal apny swarth sidh karny me legy h...jativadi mansikta alag se rakhty h....
Jayantibhai Manani -
ये कोली पर नहीं ओबीसी समुदाय पर हमला है. जातिवादियो का उपाय गुजरात का 54% ओबीसी समुदाय हिंसा से नहीं लेकिन कानून और असहकार के आन्दोलन से करेगा......See More
Devendranath Patel hidutva na thekedaro no hinduwad ya jatiwad ....?
Patidar Ramapati Kurmi संजय सिंह राजपूत जी ओबीसी की जितनी भी जातियांहैं ब्राह्मणी वर्ण व्यवस्था में शूद्र वर्ण मेंही रखी गईं थी !
पराशर स्म़िति के अनुसार -
आभीर: कुर्मणा लोद्र: कैवर्त च नापिता:!...See More
Sanjay Yadav bahut important jankari di hai aapne
15 hrsLike2
Patidar Ramapati Kurmi अपनेको ऊंचा आर्य कहने वालों नेअपनेको ब्राह्मण, क्षत्रिय व वैश्य इन तीन वर्णों मेंबांटाजो सवर्ण याद्विज भीकहे जातेहै औरयहां के मूलनिवासियों को शूद्र. कहा.पेशे से शूद्रों को जातियों में बांटा
परन्तु एक ही जाति काकुछ समूह जो ब्राह्मणवादी संस्कृति को नामं...See More
14 hrsLike1
Jayantibhai Manani -
सही कहा कि, - इस ओबीसी में से कुछ लोगजो धनी -मानी और सत्ता सम्पन्न होगए हैं वे अपनेको शूद्र वर्ण. का होने से इंकार कर राजपूत -क्षत्रिय बनते हैं और आरक्षण के लिए ओबीसी बनते हैं.
अपने को राजपूत-क्षत्रिय कहने वाले कुनबी -कुर्मी, लोधी, कोयरी -काछी आदि इसी प्रकार के राजपूत -क्षत्रिय बनने वाले शूद्रवर्णीय ओबीसी हैं...
13 hrsLike1
Satyaprakash Yadav ये भाई लोग दुनिया को बेवकूफ बनाना बंद करो , जातिवाद के खिलाफ हो , जातिवाद को बढ़ाने के साथ हो, आरक्छन का १ हल समझ आ रहा हे की अब 25 % आरक्छन ब्राम्हण बनिया छत्रिय को दे दो बाकि 75 % पर बाकि जाती अपना काम करे , भाई देश तो बचेगा
13 hrsLike

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