कानून के सामने सब बराबर हैं और उसके दायरे के बाहर कोई भी नहीं है । बंदरु दत्तात्रेय , स्मृति मल्होत्रा ईरानी और आप्पा राव पोडिले को एट्रोसिटी एक्ट के तहत अरेस्ट कर रोहित वेमुला को आत्महत्या के लिये प्रवृत करने का मामला कोर्ट में चलाया जाना चाहिये और निष्पक्ष कारवाई के लिये इनको पद से हटाया जाना चाहिये ।
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