मेरे लिये बरेली का मतलब हमेशा वीरेन डंगवाल होता था. आज तीस साल में पहली बार उसकी अनुपस्थिति में बरेली गया, इस कार्यक्रम में. वीरेन दा पर केन्द्रित 'रहूँगा भीतर नमी की तरह' का विमोचन करते शेखर जोशी, आलोकधन्वा, मंगलेश डबराल, मधुरेश, नरेश सक्सेना, रीता भाभी व अन्य...
No comments:
Post a Comment