खिलाड़ियो को प्रशिक्षण देने के लिए बेस्ट कोच का पुरस्कार द्रोणाचर्य के नाम से देंगे और ओलंपिक में पदक की उम्मीद भी रखेंगें???
बेस्ट कोच के लिए द्रोणाचर्य के नाम से द्रोणाचार्य पुरस्कार ही देते है। द्रोणाचार्य पुरस्कार 1985 में अर्थात कांग्रेस सरकार में प्रारंभ किया गया था। यह पुरस्कार खिलाड़ियों और टीमों को प्रशिक्षण प्रदान करने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जाने माने खेल प्रशिक्षकों को प्रदान किया जाता हैं। द्रोणाचार्य पुरस्कार के अंतर्गत गुरु द्रोणाचार्य की प्रतिमा, प्रमाणपत्र, पारंपरिक पोशाक और पाँच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
जब हमारा आदर्श ही द्रोणाचार्य है तो फिर एक्लव्य जैसों को न्याय की उम्मीद कैसे हो ?
यह हमारे यहाँ ही संभव है कि अपने विशेष शिष्यो को जीताने के लिए प्रतिभावान लोगो से षड्यंत्र के तहत गुरुदक्षिणा मे अंगूठा मानने वाले को भी हम आज भी महिमामंडित कर रहें है ...शायद इसीलिए ओलंपिक मे हमारा प्रदर्शन और देशो से खराब रहता है।
यह हमारे यहाँ ही संभव है कि अपने विशेष शिष्यो को जीताने के लिए प्रतिभावान लोगो से षड्यंत्र के तहत गुरुदक्षिणा मे अंगूठा मानने वाले को भी हम आज भी महिमामंडित कर रहें है ...शायद इसीलिए ओलंपिक मे हमारा प्रदर्शन और देशो से खराब रहता है।
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