मढी का दीवा , अधचांदनी रात , अंधे घोड़े का दान जैसी कालजयी कृतियों के लेखक गुरदयाल सिंह नहीं रहे . साठ के दशक में ही 'मढी का दीवा' के दलित नायक जसगीर ने करोड़ो पाठकों के दिलों में जगह बना ली थी , जब आधुनिक दलित साहित्य अपने उभार के शुरुआती चरण में ही था.
श्रद्धांजलि.
No comments:
Post a Comment