आदिवासी खामखा नक्सलाईट क्यों बनते हैं,आदिवासी को ठंड मारने पर आमदा शिवराज सरकार
आज मुलताई गोली कांड की 18 वीं बरसी पर देश भर से आये जनसंघटनो के सामने उमर डोह के आदिवासियों ने प्रशासन द्वार उजाड़े गए आशियानों और फसलों पर आधारित बैनर और अखबारों की कटिंग प्रस्तुत की ।
आदिवासी को ठंड मारने पर आमदा शिवराज सरकार
उमरडोह, बैतूल के आदिवसी पिछली १९ दिसम्बर से वन विभाग व्दारा उनके गाँव उजाड़े जाने के बाद खुले में रत बिता रहे है। इस मारने वाली ठण्ड में जो एक ही सहारा है, वो लकड़ी । लेकिन वन विभाग अब लोगो व्दारा जमा की गई लकड़ी में भी आग लगा रहा है। अभी थोड़ी देर पहले , ७.३० शाम को, उन्होंने यह आग लगाई| श्रमिक आदिवासी संगठन ने कहा अगर ऐसे में किसी भी बूढ़े व्यक्ति या बच्चे की मौत होती है, तो इसकी पूरी जवाबदारी शिवराज सिंग सरकार की होगी|
अनुराग मोदी
अगर आप भी जानना चाहते हों कि आदिवासी खामखा नक्सलाईट क्यों बनते हैं , तोAnurag Modi की दीवार पर यह खबर पढिए .--//आदिवासी को ठंड मारने पर आमदा शिवराज सरकार// उमरडोह, बैतूल के आदिवसी पिछली १९ दिसम्बर से वन विभाग व्दारा उनके गाँव उजाड़े जाने के बाद खुले में रात बिता रहे है। इस मारने वाली ठण्ड में जो एक ही सहारा है, वो लकड़ी । लेकिन वन विभाग अब लोगो व्दारा जमा की गई लकड़ी में भी आग लगा रहा है। अभी थोड़ी देर पहले , ७.३० शाम को, उन्होंने यह आग लगाई| श्रमिक आदिवासी संगठन ने कहा अगर ऐसे में किसी भी बूढ़े व्यक्ति या बच्चे की मौत होती है, तो इसकी पूरी जवाबदारी शिवराज सिंग सरकार की होगी|
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