Tuesday, January 26, 2016

मेट्रो में भारतीय प्रधानमन्त्री और फ्रांसीसी सदर को सफर करते देख रहा हूँ। साथ ही मेट्रो में फोटोग्राफी - वीडियोग्राफी की मनाही के नियम की धज्जियां उड़ते भी देख रहा हूँ।नियम जनगण के लिए होते हैं , वीआइपी के लिए थोड़े होते हैं। आप को वीआइपी- तंत्र दिवस की बधाई।


Ashutosh Kumar

मेट्रो में भारतीय प्रधानमन्त्री और फ्रांसीसी सदर को सफर करते देख रहा हूँ। साथ ही मेट्रो में फोटोग्राफी - वीडियोग्राफी की मनाही के नियम की धज्जियां उड़ते भी देख रहा हूँ।नियम जनगण के लिए होते हैं , वीआइपी के लिए थोड़े होते हैं। आप को वीआइपी- तंत्र दिवस की बधाई।
Comments
Ashutosh Kumar कोई नहीं। आलोचना करने वालों में सहने की ताकत भी होनी चाहिए।  Akram Hussain Alig Sudhanshu Kumar
LikeReply4January 25 at 11:37pmEdited
Sudhanshu Kumar मैंने हमसब शब्द का प्रयोग किया है उसे भी ध्यान में रखा जाएँ
Akram Hussain Alig सुधांशु भय्या आप ठीक है हम ग़लत है ।
Sudhanshu Kumar मेरा उदेश्य आपको गलत या अपने को सही ठहराना नहीं है । दूसरी बात मुझे जो लगता है मैं लिख देता हूँ
Sandeep Sharma This is not right place Sudhanshu Kumar for further cumments and reply ...wasting of time..
Palash Biswas
Write a reply...
Akram Hussain Alig आपको लगता है तब लिखते है लेकिन मुझे जो सच लगता है वही लिखता हूँ
Ashutosh Kumar Akram Hussain Alig तुम बेकार भावुक हो रहे हो। सबको अपना सच लिखने - कहने का हक़ है।हमारी सारी लड़ाई यही है। लड़ना उनसे है जो इस हक़ को मंजूर नहीं करते।
आलोचना के लिए जगह बनानी चाहिए। मैं केवल
कास्टिस्ट और सेक्सिस्ट टिप्पणियों को सेंसर करता हूँ। वो करता रहूंगा।
Santosh Ojha Sahi kaha ashu...tum कास्टेस्ट नहीं हो
LikeReply15 hrs
Ashutosh Kumar Thanks ,Ojha . For attestation.
LikeReply11 hrs
Palash Biswas
Write a reply...
Awanish P. N. Sharma जय हो भारतीय गणतंत्र की और उसके दिन के असर की : संवैधानिक नियम कानून के विरुद्ध क्रांति का भाव रखने वाली जमातें भी नियम और कानूनों की परवाह करने लगी हैं।

बाबा साहेब इज हैप्पी smile emoticon
LikeReply517 hrs
Ashutosh Kumar बाबा साहेब का मज़ाक बनाने और संविधान की धज्जियां उड़ाने का जिम्मा भ्रान्तिकारियों ने सम्हाल लिया है।इसलिए संविधान की मर्यादा की रक्षा के लिए लड़ने वाले क्रांतिकारी कहलाने लगे हैं।
LikeReply11 hrs
Arjun Singh संविधान सम्मत दोषी पाये गये याकुब मेमन अफजाल गुरु के लिए विधवा विलाप करने वाले वाले आज उसी संविधान की दुहाई दे रहे है
LikeReply310 hrs
Palash Biswas
Write a reply...
Pankaj Chaturvedi उसका खामियाजा शाम को अरविंदो मार्ग बंद कर घंटों के जाम ने चुकाया
LikeReply217 hrs
Eskay Sharma और ये केजरिया वक्तव्य भी तब तक दिए जाते हैं जब तक व्यक्ति खुद VIP न बन जाये।
LikeReply116 hrs
Santosh Ojha आशु।।।।आपकी नफरत आपको अंधा बनती जा रही है,,,,,नैतिक पतन अलग,,,,तुम तो हमारे इंटेलेक्चुअल रोल मॉडल थे
LikeReply15 hrs
Ashutosh Kumar ईश्वर, मेरी रक्षा करे!
LikeReply11 hrs
Palash Biswas
Write a reply...
Arvind Varun जब तक दास मानसिकता कायम रहेगी, नियम की धज्जियां उड़ाया जाना भी लोगों को पसंद आता रहेगा!
LikeReply215 hrs
Kavita Upreti Sch m sir niyam aur kanun to sadharan vykti k lie bne hain...
LikeReply214 hrs
Sunil Gaygaye रोहीत के साथ याकूब, कसाब और अफजल को भी अपना D.P. बनाके फातीया पढ़ लीये होते,बाबा की आत्मा बहुत खुष होती।
LikeReply311 hrs
Daulat Ram Sharma satyavachan

No comments:

Post a Comment