Thursday, January 7, 2016

मालदा वाया कमलेश तिवारी जितनी जाहिल मालदा की भीड़ को कहा जा रहा है, अयोध्या की हिंदू भीड़ भी उतनी ही जाहिल है आज की "ब्राह्मण-राजनीति" यही चाहती है और इसके लिए सुनियोजित...

जितनी जाहिल मालदा की भीड़ को कहा जा रहा है, अयोध्या की हिंदू भीड़ भी उतनी ही जाहिल है आज की "ब्राह्मण-राजनीति" यही चाहती है और इसके लिए सुनियोजित...
WWW.HASTAKSHEP.COM|BY AMALENDU UPADHYAYA
यह भीड़ ऐसी ही बनी रहे, इसका इंतजाम न सिर्फ संबंधित सभी मजहबों के मठाधीश करते हैं, बल्कि सरकारें भी यही चाहती हैं, क्योंकि धर्माधिकारियों, मठाधीशों और सरकारों की सत्ता तभी तक कायम रहेगी, जब तक यह भीड़ ऐसी ही बनी रहे। इसलिए इस तरह की ढाई लाख की भीड़ को आप बाबरी मसजिद का बर्बर विध्वंस करने के लिए अयोध्या के कुएं में कूदते देखेंगे… एक अपराधी मोहरे के बयान पर मालदा में उत्पात मचाते देखेंगे,...आगे पढ़ें... ज़रूर पढ़ें और शेयर भी करें.....
http://www.hastakshep.com/…/…/01/06/malda-via-kamlesh-tewari

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