Rajiv Lochan Sah
अद्भुत.....अविश्वसनीय....उल्लास और उत्साह का जो लहराता समुद्र मैंने आज नरेन्द्र सिंह नेगी, कमला पंत, गीता गैरोला, बल्ली सिंह चीमा और श्रीष डोभाल आदि के साथ गवाणा में 'घसियारी प्रतियोगिता' में देखा, उससे राज्य बनने के इन 15 सालों में धीरे-धीरे जम रही हताशा एक झटके में पिघल गई। नहीं, अभी सम्भव है.....इस राज्य की किस्मत बदली जा सकती है। हम त्रेपन सिंह चौहान और 'चेतना आन्दोलन' की तरह सपने तो देखें...तरीके तो खोजें....
No comments:
Post a Comment