Thursday, February 25, 2016

देखिए इन संघी अख़बारों की खबर, दोनों को एक ही मीडिया घराना निकालता है।। अब मुझे और स्पष्ट तौर पर समझ में आ गया कि जेएनयू में किस तरह संघियों ने षड्यंत्र किया और कैसे देश भर में अंधराष्ट्रवादी उन्माद फैलाया गया। इलाहाबाद में कल कई वाम-लोकतान्त्रिक संगठन रोहित वेमुला की संस्थानिक हत्या, कन्हैया समेत जेएनयू के कई छात्र नेताओं पर लादे गए देशद्रोह के मुक़दमे के खिलाफ कलक्ट्रेट पर धरना दे रहे थे, जिस पर संघी वकीलों ने हमला किया। यूपी में सरकार और प्रशासन का जो रवैया है वह भी इनके मनोबल को बढ़ा रहा है। बड़ी जद्दोजेहद के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। गुंडे वकील अपने बचाव या कहिए हमले के पक्ष में तर्क दे रहे हैं कि धरणार्थी राष्ट्रविरोधी नारे लगा रहे थे। जो सरासर गलत है। लेकिन निर्लज्ज संघी अख़बार जागरण और आईनेक्स्ट ने जो खबर छापी है, वह जेएनयू मामले में छी-न्यूज के करतूतों जैसा ही है।


देखिए इन संघी अख़बारों की खबर, दोनों को एक ही मीडिया घराना निकालता है।। अब मुझे और स्पष्ट तौर पर समझ में आ गया कि जेएनयू में किस तरह संघियों ने षड्यंत्र किया और कैसे देश भर में अंधराष्ट्रवादी उन्माद फैलाया गया। इलाहाबाद में कल कई वाम-लोकतान्त्रिक संगठन रोहित वेमुला की संस्थानिक हत्या, कन्हैया समेत जेएनयू के कई छात्र नेताओं पर लादे गए देशद्रोह के मुक़दमे के खिलाफ कलक्ट्रेट पर धरना दे रहे थे, जिस पर संघी वकीलों ने हमला किया। यूपी में सरकार और प्रशासन का जो रवैया है वह भी इनके मनोबल को बढ़ा रहा है। बड़ी जद्दोजेहद के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। गुंडे वकील अपने बचाव या कहिए हमले के पक्ष में तर्क दे रहे हैं कि धरणार्थी राष्ट्रविरोधी नारे लगा रहे थे। जो सरासर गलत है। लेकिन निर्लज्ज संघी अख़बार जागरण और आईनेक्स्ट ने जो खबर छापी है, वह जेएनयू मामले में छी-न्यूज के करतूतों जैसा ही है।

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