Tuesday, February 23, 2016

क्या भारत के किसी भी सियासी दल के घोषणापत्र में, २००२ के गुजरात दंगों के असली अभियुक्तों, साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने की मांग की गयी है? दिल्ली का १९८४ वाला सिख विरोधी दंगा जब देखो तब चर्चा में रहता है, आज भी वह सियासत को गर्म करने वाला मुद्दा है लेकिन 'गुजरात महादंगा' अब किसी की जुबान पर नहीं? उसका प्रमुख साजिशकर्ता 'प्रधान सेवक' बना दिया गया जैसे वहां इंसान नहीं जानवर मरे हों? गुजरात दंगों पर जनवादी शक्तियों की खामोशी और भी कष्टप्रद है, नरभक्षी को उसके किये की सजा कौन दिलाएगा? कौन इस संवैधानिक कर्ज को उतारेगा? है किसी में दम जो दिल्ली में इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस कर सके? जिनके घर के मरे हों उनके ज़ख्म तब तक हरे रहते हैं जब तक न्याय न मिले. लाशों पर सफ़र तय करके राजनीति के शिखर पर पहुचने वालों याद रखना, बेगुनाह लोगों का बहाया गया खून कभी माफ़ नहीं करता, महाशक्तिशाली गोरों को भी नहीं किया, तुम्हारी तो औकात क्या? सजा मिलेगी जरुर- देर सबेर.

क्या भारत के किसी भी सियासी दल के घोषणापत्र में, २००२ के गुजरात दंगों के असली अभियुक्तों, साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने की मांग की गयी है? दिल्ली का १९८४ वाला सिख विरोधी दंगा जब देखो तब चर्चा में रहता है, आज भी वह सियासत को गर्म करने वाला मुद्दा है लेकिन 'गुजरात महादंगा' अब किसी की जुबान पर नहीं? उसका प्रमुख साजिशकर्ता 'प्रधान सेवक' बना दिया गया जैसे वहां इंसान नहीं जानवर मरे हों?
गुजरात दंगों पर जनवादी शक्तियों की खामोशी और भी कष्टप्रद है, नरभक्षी को उसके किये की सजा कौन दिलाएगा? कौन इस संवैधानिक कर्ज को उतारेगा? है किसी में दम जो दिल्ली में इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस कर सके? जिनके घर के मरे हों उनके ज़ख्म तब तक हरे रहते हैं जब तक न्याय न मिले. लाशों पर सफ़र तय करके राजनीति के शिखर पर पहुचने वालों याद रखना, बेगुनाह लोगों का बहाया गया खून कभी माफ़ नहीं करता, महाशक्तिशाली गोरों को भी नहीं किया, तुम्हारी तो औकात क्या? सजा मिलेगी जरुर- देर सबेर.
Comments
Danish CPI is also involved in politics on this genocide.
Indra Mani Upadhyay वामपंथी कभी ऐसा नहीं कर सकते, संघी आरोप न लगाएँ।
Shamshad Elahee Shams Danish shame on you . Are you f*** musanghi? Get lost from my wall. I don't need such stupid.
Palash Biswas
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DrAnshuman Sinha फिर भी दिल है हिंदुस्तानी..... (झाकने कौन जा रहा दिल में).....
Indra Mani Upadhyay भारत भुलक्कड़ लोगों का देश है, यह भागलपुर, मरिचझांपी, गोधरा.... तमाम को भूलकर हरियाणा पर लगा हुआ है। थोड़ा समय मिलेगा तो जेएनयू वालों को गरियाने आ जाएगा।
Sajid Ali एसा करने के लिये इच्छा शक्ती और योगयता दोनो ही की आवश्यकता होगी !
भारत में केवल एक ही व्यक्ती यह साहस कर सकता हे ...लालू प्रसाद यादव ! यदि वह प्रधानमंत्री बन जाये !
Shamshad Elahee Shams Even Laloo doesn't speak about it. Why?
Sajid Ali Nobody is bothered. But Lalu could, if he wish to do so. Whereas the others can't even if they wish to.
Palash Biswas
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Neeraj Srivastava सही कहा आप ने अभी तक इस देश मे सिर्फ एक ही दन्गा हुआ वो सिर्फ गुजरात मै और कही नही हुआ
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Neeraj Srivastava क्युकी इसी दंगे मै मुसलमान मारे गये जो कुछ लोगो को हज़म नही होरहा और एक अछी बात फ़िर वहा कभी दंगे नही हुआ
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Neeraj Srivastava वहा
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Huseini Muckra You demolish Babree you become deputy P.M. Gujrat २००२ you are head of a nation . Short cut to reach New Delhi
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Neeraj Srivastava और अपने इस देश के प्रधान सेवक को इस देश के लोगो ने चुना है हो सकता है आप लोगो को प्रजातंत्र पे भरोसा ना हो पर अभी आगे 10 सालो तक इंको झेल्ना पदेगा इस के लिये छमा चाहत हू
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Shazzia Hassan Jin logo ne use pm Chuna unki mansikta bilkul usi k jaisi hai.... isliye to aj kisi ko bhi adalat aur nyay p bharosa nahi raha.....
LikeReply211 hrsEdited

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