Sunday, February 7, 2016

रोहित के बाद मोहित ! ..................................... राजस्थान सेन्ट्रल यूनीवर्सिटी में गणित के शोधार्थी छात्र मोहित कुमार द्वारा की गई आत्महत्या झकझोरती है और यह सोचने के लिये बाध्य करती है कि आखिर हमारे उच्च शिक्षा के संस्थान विद्यार्थियों के कब्रगाहों में क्यों तब्दील हो रहे है. हमारी चार सदस्यीय एक टीम जिसमें भीलवाड़ा के पूर्व सी एम एच ओ डॉ आर सी सामरिया ,दलित आदिवासी अल्पसंख्यक एकता महासंघ के प्रदेश प्रभारी देबीलाल मेघवंशी ,प्रदेश महासचिव डालचंद रेगर और मैंं शामिल था.टीम ने किशनगढ पहुंच कर मृत छात्र के परिजनों , विश्वविद्यालय के वी सी डॉ पुजारी, समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष जगदीश उल्हास जाधव , प्रोफेसर डॉ नागार्जुन अम्बेडकर और छात्र प्रतिनिधियों तथा पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर इस दुखद घटनाक्रम के तथ्य जाने और आत्महत़्या करने वाले छात्र मोहित को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.मोहित बिजनौर उत्तर प्रदेश का रहने वाला गरीब पृष्ठभूमि के परिवार से था और सामान्य वर्ग का छात्र था. मोहित के पिता के मुताबिक उनको बेटे ने बताया था कि उसे उसकी शौध गाईड परेशान कर रही थी.दो बार गाईड बदलने का अनुरोध भी किया गया था,मगर गाईड को नहीं बदला गया था,जिससे मोहित परेशान रहने लगा था. मोहित के साथियों के मुताबिक वह हंसमुख और प्रतिभाशाली शौधार्थी था.



रोहित के बाद मोहित !
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राजस्थान सेन्ट्रल यूनीवर्सिटी में गणित के शोधार्थी छात्र मोहित कुमार द्वारा की गई आत्महत्या झकझोरती है और यह सोचने के लिये बाध्य करती है कि आखिर हमारे उच्च शिक्षा के संस्थान विद्यार्थियों के कब्रगाहों में क्यों तब्दील हो रहे है. हमारी चार सदस्यीय एक टीम जिसमें भीलवाड़ा के पूर्व सी एम एच ओ डॉ आर सी सामरिया ,दलित आदिवासी अल्पसंख्यक एकता महासंघ के प्रदेश प्रभारी देबीलाल मेघवंशी ,प्रदेश महासचिव डालचंद रेगर और मैंं शामिल था.टीम ने किशनगढ पहुंच कर मृत छात्र के परिजनों , विश्वविद्यालय के वी सी डॉ पुजारी, समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष जगदीश उल्हास जाधव , प्रोफेसर डॉ नागार्जुन अम्बेडकर और छात्र प्रतिनिधियों तथा पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर इस दुखद घटनाक्रम के तथ्य जाने और आत्महत़्या करने वाले छात्र मोहित को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.मोहित बिजनौर उत्तर प्रदेश का रहने वाला गरीब पृष्ठभूमि के परिवार से था और सामान्य वर्ग का छात्र था. मोहित के पिता के मुताबिक उनको बेटे ने बताया था कि उसे उसकी शौध गाईड परेशान कर रही थी.दो बार गाईड बदलने का अनुरोध भी किया गया था,मगर गाईड को नहीं बदला गया था,जिससे मोहित परेशान रहने लगा था. मोहित के साथियों के मुताबिक वह हंसमुख और प्रतिभाशाली शौधार्थी था.

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