Gopal Rathi
नहीं रहे नेताओं को ‘रुलाने वाले’ कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग
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देश के जाने माने पोलिटिकल कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग का आज लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया । सुधीर का जन्म १९६० में बीकानेर, राजस्थान में हुआ था । १० वर्ष की उम्र में सुधीर तैलंग ने अपना पहला कार्टून बनाया और १९८२ में मुंबई में इलेस्ट्रेटेड वीकली ऑफ़ इंडिया से अपने कार्टूनिस्ट जीवन की शुरुआत की। इस से पहले वह अपने विद्यार्थी- जीवन में जयपुर से प्रकाशित दैनिक 'राजस्थान पत्रिका ' और 'इतवारी पत्रिका' में भी कार्टून बनाते रहे थे। १९८३ में नवभारत टाइम्स में कार्टूनिस्ट बने। इसके बाद लगभग डेड़ दशक तक सुधीर द हिंदुस्तान टाइम्स के कार्टूनिस्ट रहे और अपने कॉलम हियर एंड नाऊ के माध्यम से देश विशेष के राजनीतिक, सामाजिक और समसामयिक घटनाओं पर अपने कार्टूनों के माध्यम से व्यंग्य करते रहे। वर्तमान में सुधीर तैलंग दिल्ली स्थित अंग्रेजी दैनिक एशियन एज में अपनी सेवाएँ दे रहे थे । २००४ में भारत सरकार ने सुधीर तैलंग को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। हार्दिक श्रद्धांजलि l
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देश के जाने माने पोलिटिकल कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग का आज लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया । सुधीर का जन्म १९६० में बीकानेर, राजस्थान में हुआ था । १० वर्ष की उम्र में सुधीर तैलंग ने अपना पहला कार्टून बनाया और १९८२ में मुंबई में इलेस्ट्रेटेड वीकली ऑफ़ इंडिया से अपने कार्टूनिस्ट जीवन की शुरुआत की। इस से पहले वह अपने विद्यार्थी- जीवन में जयपुर से प्रकाशित दैनिक 'राजस्थान पत्रिका ' और 'इतवारी पत्रिका' में भी कार्टून बनाते रहे थे। १९८३ में नवभारत टाइम्स में कार्टूनिस्ट बने। इसके बाद लगभग डेड़ दशक तक सुधीर द हिंदुस्तान टाइम्स के कार्टूनिस्ट रहे और अपने कॉलम हियर एंड नाऊ के माध्यम से देश विशेष के राजनीतिक, सामाजिक और समसामयिक घटनाओं पर अपने कार्टूनों के माध्यम से व्यंग्य करते रहे। वर्तमान में सुधीर तैलंग दिल्ली स्थित अंग्रेजी दैनिक एशियन एज में अपनी सेवाएँ दे रहे थे । २००४ में भारत सरकार ने सुधीर तैलंग को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। हार्दिक श्रद्धांजलि l
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