Monday, February 22, 2016

आज़ाद भारत के इतिहास में ऐसी कोई मिसाल नहीं जब लगातार आठ दिनों तक कोई प्रदेश गुंडातत्वों के हाथ में रहा हो, सैंकड़ों करोड़ की संपत्ति लूटी गयी और और करोडो की सरकारी एंव निजी संपत्ति को आग लगा दी गयी हो. हरियाण में अभी तक १० लोगों की जाने गयी कि गृह मंत्री नागनाथ ने अपने घर पर आपात बैठक कर हाई पावर कमेटी इस आश्वासन के साथ बना दी कि जाटों को आरक्षण दिया जायेगा.

आज़ाद भारत के इतिहास में ऐसी कोई मिसाल नहीं जब लगातार आठ दिनों तक कोई प्रदेश गुंडातत्वों के हाथ में रहा हो, सैंकड़ों करोड़ की संपत्ति लूटी गयी और और करोडो की सरकारी एंव निजी संपत्ति को आग लगा दी गयी हो. हरियाण में अभी तक १० लोगों की जाने गयी कि गृह मंत्री नागनाथ ने अपने घर पर आपात बैठक कर हाई पावर कमेटी इस आश्वासन के साथ बना दी कि जाटों को आरक्षण दिया जायेगा.
पिछले कुछ वर्षों के भीतर नाहक ही तीन लाख किसान आत्महत्या कर अपना 'फैशनी शौक' पूरा करते रहे लेकिन सरकार ने कर्ज की रत्ती भर भी माफी न दी, जाटों ने आठ दिन में ही डंडा कर खट्टर सरकार का खच्चर दिल्ली तक दौड़ा दिया. आखिर बिना हिंसक हुए किसी आन्दोलन पर सरकारी कान क्यों नहीं खुलते? क्यों हरकत नहीं होती?
जाटों के आन्दोलन ने देश के अन्य हिस्सों में चल रहे दूसरे जनांदोलनों को आखिर क्या संदेश दिया है? ये अलग बात है कि गुंडागर्दी, लूट और सार्वजानिक संपत्ति का नुकसान किये बिना भी यह आन्दोलन किया जा सकता था. मेरा स्पष्ट मत है कि लम्पट तत्वों को निश्चय ही पूरे देश में एक सार्वजानिक स्वीकार्यता मिली है, नरभक्षी द्वारा सत्ता में आते ही कोई भी अपराधी राजनीति के आवरण में अपने कर्मो की वैधता जनता और व्यवस्था पर थोप सकता है.
इक्कीसवी सदी में भारत लम्पटवाद में प्रवेश कर रहा है, इतिहास इस युग को 'डार्क ऐज' के नाम से जरुर रेखांकित करेगा.
बोलो लम्पटवाद की जय..
चित्र सौजन्य : गूगल (गुंडातत्व से झुलसे हरियाणा की तस्वीरे)
Comments
Jayant Khafra Banana Republic.........
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Shamshad Elahee Shams Yeah. .it's right on track.
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Palash Biswas
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Sharad Kumar Mishra क्या यह देशद्रोह नहीं है?क्या ये इस विचार की परोक्ष पुष्टि नहीं है कि कालर पकड़ो आस्तीन नहीं?
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Shamshad Elahee Shams Desh Ho to droh bhi hoga! !
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Hemendr Kandpal सारा कानून कमजोर के लिये ही कड़ा है ,
कड़ा था
कड़ा रहेगा ! ...See More
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Shamshad Elahee Shams Patel bhool gaye..
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Hemendr Kandpal क्या क्या याद करे , हाशिमपुरा , moradabad ssp पर हुआ हमला आदि आदि !
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Kamta Prasad 2008 में पिता द्वारा लिये गये 12 हजार रुपये के कर्ज का सूद समेत 53 हजार ग्रामीण बैंक को अदा किया। जिन किसानों की जोत बड़ी होती है उनका कर्ज भी ज्यादा होता है, किसी कारण से फसल तबाह हो गयी तो आफत का पहाड़ टूट पड़ता है। पर समस्या का हल जीवनलीला समाप्त करना तो नहीं।
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Shamshad Elahee Shams P Sainath has explained this phenomenon very explicitly. Listen that lecture. You can find it in my timeline.
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Kamta Prasad हिंदी में हो तभी सुन सकता हूँ। अंग्रेजी नहीं समझ पाता। अनुवाद करना अलग बात है।
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Ashwani Singh सीरिया के हरियाणा राज्य में स्थित बेहद चिंताजनक है और मेरे अपने व्यापारिक सुत्रों के अनुसार मुल्लों की बेकाबू भीड़ अनियंत्रित और हिंसक हो चुकी है । - वित्त मन्त्री कैप्टन अभिमन्यु के घर को और वहाँ उपस्थित तमाम कारों को आग के हवाले कर दिया गया है, - सर्...See More
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Shamshad Elahee Shams Ye Abu Bakr Gujrati ka ilaka hai..sab kutch theek thaak hai.
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Sharad Kumar Mishra हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम
तुम कत्ल भी करते हो तो चर्चा नहीं होती।
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Rakesh Chaudhary aikdam mere man ki baat hai. shared
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Saqib Usmani Bhai ji....agar ye sab hua ya ho hi raha hai sarkar ki sahmati se to isme sarkar ka kya dosh....log khamakha hi sarkar ko koste hain....sarkari samarthan ke bina koi bhi upadraw sambhav hi nahi...aur kaun sa hurdang deshbhakti hai aur kaun sa deshdroh ...See More
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Shamshad Elahee Shams इसके अब्बा ने भी कारगिल किया था और चुनाव हार गया था, अबकी बार वोट नहीं जूते पड़ेंगे इन्हें, ये वोट मांगने नहीं जा पाएंगे, ऐसा मेरा मानना है.
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