Wednesday, August 10, 2016

H L Dusadh Dusadh गो-पुत्रों के मोदी विरोध से सावधान! मित्रों,कुछेक दिनों से मैं देख रहा हूँ कि मोदी के हालिया बयान से कई गो-पुत्र आक्रोशित होउठे हैं और वे उनके तथाआरएसएस के खिलाफ उग्र बयान जारी करने लगे हैं.दरअसल यह मोदी-विरोध के जरिये ,मोदी की दलित हितैषी छवि बनाने एक सुनियोजित चाल है,जिसमें खुद संघ ही सक्रिय है.आपको याद रखना होगा कि आरएसएस विश्व का एक ऐसा अक्पटोसी संगठन है,जिसके लगभग चार दर्जन मुंह हैं.ऐसे अवसरों पर एक विरोध करता है,दूसरा समर्थन .वर्तमान में विरोध के जरिये निहायत बहुजन विरोधी मोदी की छवि को दलित हितैषी के रूप में प्रोजेक्ट करने की कोशिश हो रही है,जिसमें सवर्णवादी मीडिया हमेशा की तरह ही सहयोगी की भूमिका में है.

गो-पुत्रों के मोदी विरोध से सावधान!
मित्रों,कुछेक दिनों से मैं देख रहा हूँ कि मोदी के हालिया बयान से कई गो-पुत्र आक्रोशित होउठे हैं और वे उनके तथाआरएसएस के खिलाफ उग्र बयान जारी करने लगे हैं.दरअसल यह मोदी-विरोध के जरिये ,मोदी की दलित हितैषी छवि बनाने एक सुनियोजित चाल है,जिसमें खुद संघ ही सक्रिय है.आपको याद रखना होगा कि आरएसएस विश्व का एक ऐसा अक्पटोसी संगठन है,जिसके लगभग चार दर्जन मुंह हैं.ऐसे अवसरों पर एक विरोध करता है,दूसरा समर्थन .वर्तमान में विरोध के जरिये निहायत बहुजन विरोधी मोदी की छवि को दलित हितैषी के रूप में प्रोजेक्ट करने की कोशिश हो रही है,जिसमें सवर्णवादी मीडिया हमेशा की तरह ही सहयोगी की भूमिका में है.

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