कुलपति के मूर्खतापूर्ण रवैये ने जेएनयू फ्रीडम स्क्वॉयर को एक बार फिर से गुलज़ार कर दिया है. 'राजनीतिक पिताओं' के टेलीफोनिक निर्देशों से जेएनयू को चलाने वाले इस कुलपति ने मामला कोर्ट में होने के बावज़ूद मनमाने तरीके से एक कमिटी बनाकर स्टूडेंट्स को निष्कासन और जुर्माने की एकतरफ़ा सज़ा सुनायी है. और दुनिया जानती है, एकतरफ़ा सज़ा हो या प्यार कभी स्वीकार्य नहीं होता. smile emoticon
तो मिस्टर वीसी, सुबह के भारी नाश्ते और दोपहर के खुशबूदार लंच के बाद जब आपके दोनों आमाशयों के पास करने के लिए ख़ूब सारा काम होगा, हमारे साथी अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर होंगे. जहाँ से उनके शरीर के प्रोटीन और शर्करा के स्तर का 'काउंटडाउन' शुरू हो जाएगा और वहीं से आपके फ़ैसलों का भी. तो गिनना शुरू कीजिये. एक, दो, तीन..
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