मोदी के गुजरात मॉडल का पटाक्षेप हो चुका है और अब समाज का सबसे वंचित व उपेक्षित दलित जन समुदाय गुजरात में आजादी कूच पर निकल चुका है।दो मॉडलों की जद्दोजहद में गाय का मुद्दा उत्प्रेरक बना और अंबेडकर के विचार नया रक्त संचार कर गए ? भारतीय इतिहास में दलित विद्रोह की यह इबारत खास है , जिसे देश के व्यापक प्रगतिशील व लोकतांत्रिक हलकों का समर्थन मिल रहा है।
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