Thursday, September 1, 2016

महाराष्ट्र कामगार विभाग में अधिकारियों की अपूर्ण संख्या के कारण नहीं हो रहा राज्य में बांधकाम मजदूरों का पंजीकरण


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प्रेस विज्ञप्ति
महाराष्ट्र कामगार विभाग में अधिकारियों की अपूर्ण संख्या के कारण नहीं हो रहा राज्य में बांधकाम मजदूरों का पंजीकरण

मुंबई | 1 सितम्बर, 2016: घर बचाओ घर बनाओ आन्दोलन व श्रमिक जनता संघ द्वारा बुधवार31 अगस्त  को असंगठित कामगारों के लिए बनी विविध सरकारी योजनाओं को जानने हेतू कार्यशाला का आयोजन किया मुंबई में सुश्री मेधा पाटकर के नेतृत्व में संचलित घर बचाओ घर बनाओ आन्दोलन व श्रमिक जनता संघ के कार्यालय में  आयोजित कार्यशाला में कामगार उपआयुक्त श्रीमती शिरीन लोखंडेसहायक कामगार आयुक्त व बांध कामगार कल्याण मंडल की सचिव श्रीम. निलांबरि भोसले व सरकारी कामगार अधिकारीश्रीम. राजेश्री पाटील ने असंगठित क्षेत्र में कार्यरत कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया |

श्रीमती लोखंडे ने कहा कि संगठित क्षेत्र मै सिर्फ 7 से 8 प्रतिशत कामगार हैं | बाकी सभी असंगठित और अनौपचारिक  क्षेत्र आते हैं | कामगार आयुक्त विभाग में स्टाफ की कमी के कारण प्रशासकीय कामों में दिक्कते आ रही है कार्याशाला के दौरान महाराष्ट्र के  बांधकाम कामगारों के पंजीकरण के मुद्दे पर काफी लम्बी चर्चा हुई निजी बिल्डरों से सरकार द्वारा बांध कामगारों के उत्थान के लिए वसूला जाने वाल 1 % सेस (टैक्स ) से आज महाराष्ट्र सरकार के पास करीब रु. 5000  करोड़ पड़े है पंजीकरण नहीं होने के कारण यह राशी बंधकाम कामगारों के उत्थान के लिए इस्तेमाल नहीं हो पा रही है |
16 नवम्बर, 2016 को जारी सर्कुलर में महाराष्ट्र नगर विकास विभाग ने शहर विकास विभाग व ग्रामीण विकास विभाग को निर्देश दिया कि बांध कामगारों के पंजीकरण के अनिवार्य 90 दिन का प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए नगर पालिकाएं, नगर निगम व ग्राम पंचायते एक अधिकारी नियुक्त करे | परन्तु नियुक्ति नहीं होने के कारण सैंकड़ों बांध कामगारों का पंजीकरण रुका हुआ है | चर्चा के दौरान यह शिकायत कार्यकर्ताओं ने कामगार उप आयुक्त व उपस्थित अधिकारियों के समक्ष रखी | इसी तरह कल्याणकारी मंडल का कारोबार चलाने के लिये हर जिल्हा में पर्मानेंट स्टाफ की नियुक्ति होना महत्वपूर्ण है ! महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सेस जमा होने के बावजूद सिर्फ 200 करोड़ रुपये का वाटप हुआ है!  5000 
करोड़ रुपये एसे ही पड़े हुए है !

इसके पूर्व श्रीमति लोखंडे व श्रीमती पाटिल ने बांध कामगारों के लिए बनी लग-भग 20 स्कीमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और सहानभूति के कामगारों के मुद्दे समझे | उन्होंने कामगारों को ‘आम आदमी बीमा योजना’ का भी लाभ उठाने के लिए प्रोतसाहित किया |  उन्होने कहा किइस योजना का लाभ सभी असंगठित मजदूर उठा सकते हैं |

सुश्री पाटिल ने घरेलूं कामगारों के पंजीकरण के बारे में जानकारी दी व बताया कि बांधकाम मजदूरो के लिए बने कल्याणमंडल की तरह इस मंडल के पास पैसा नहीं है | सिर्फ सरकारी अनुदान पर निर्भर होने के कारण इसमें घरेलूं कामगारों के उत्थान के लिए अधिक स्कीमे नहीं है|
केन्द्रीय असंगठित कामगार सामाजिक सुरक्षा कानून, 2008 के अंतर्गत आज तक महाराष्ट्र में बोर्ड नहीं बनने के कारण राज्य का बड़ा असंगठित तबका सामाजिक सुरक्षाओं से बांछित है | सारे असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए बाने वाला पोर्टेबल आयडी कार्ड का काम भी ठन्डे बसते में पड़ा हुआ है |



श्रमिक जनता संघ व घर बचाओ घर बनाओं आन्दोलन का मानना है कि मुंबई की बस्तियों में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लौग रहते है | उनका पंजीकरण नहीं होने कारण उन्हें सरकार से कोई सुविधा नहीं मिल रही है | बस्तियों में रहने वाले लोगों को ‘आतिक्रमणधारक’ कहा जाता है | उनके घर आतिक्रमण बोलकर तोड़ दिए जाते है | बल्कि सच यह कि व इस शहर, राज्य व देश के निर्माण में महत्वपूर्ण सहयोग देते है | बजाय कामगारों को सुरक्षा प्रदान करने के, उनके घर उजाड़कर उनको और हाशिये पर ला दिया जाता है | शायद महाराष्ट्र सरकार का मानना है कि गरीबी, गरीबों को उजाड़ कर ख़त्म होगी |

‘मुंबई के कामगार एक हो’ के बुलंद नारे के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ | इस मौके पर घर बचाओ घर बनाओ आन्दोलन व श्रमिक जनता संघ की ओर से जगदीश खैरालिया, संतोष थोरात, उदय मोहिते, जमील अख्तर, श्रोरम राजभर, इम्तियाज़ शैख़, जैमती, रचीता, जाया खरात, विनीता बलाकुंदरी,बिलाल खान आदि मौजूद रहे |

समपर्क सूत्र: ९९५८६६०५५६/ ९७६९२८७२३३ 

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