Shesh Nath Vernwal
सम्भावना में चौथा दिन। कल हमने लिंग आधारित भेदभाव, पितृसत्ता, पितृसत्ता के दुसरे रूप आदि पर चर्चा की। जेंडर पर कमला भसीन के विचार सुने। रात में विवाह नामक संस्था की आवश्यकता, उसके फायदे नुकसान पर परिचर्चा की। हमने अपना दैनिक अख़बार बनाया। आज हम जाति, साम्प्रदायिकता, अच्छे दिन आदि विषयों पर पलास विश्वास के साथ बातचीत करने वाले हैं।
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