Wednesday, March 2, 2016

मार्टिना नवरातिलोवा और असहिष्णुता

🎾 मार्टिना नवरातिलोवा और असहिष्णुता 🎾
🌑 हाल ही में जब New York Times में JNU विवाद पर एक लेख छपा तो १८ ग्रैंड स्लैम सिंगल्स टेनिस ख़िताब जीतने वाली मार्टिना नवरातिलोवा ने उस लेख के लिंक के साथ एक tweet की, जिसका हिंदी अनुवाद है “भारत में देशद्रोह की व्याख्या कैसे की जा रही है – कट्टरपंथी राष्ट्रवादिता अपने बदतर रूप में हिंसा में बदल जाती है; सर्वोत्तम रूप में यह दबंगई होती है”
🌑 इस tweet के बाद tweeter पर मार्टिना की trolling शुरू हो गयी. JNU विवाद पर अपने विचार रखने के लिए HIndustan Times ने मार्टिना को एक लेख लिखने के लिए आमंत्रित किया. मार्टिना का यह लेख आज के HIndustan Times में छपा है. इस लेख के कुछ अंशों का अनुवाद
🌑 “खैर, (अपनी tweet के कारण) जो हो-हल्ला और कड़ी आलोचना मुझे झेलनी पड़ी वह आश्चर्यचकित करने वाली थी. हालाँकि मुझे समर्थन भी अच्छा मिला परन्तु ज़बरदस्त दुर्भावना (overwhelming nastiness) मिली. वैसे ही कमेंट्स मिले जैसे मुझे अमेरिका में मिलते हैं मैं जब दक्षिणपंथी नेताओं के बारे में आलोचनात्मक बातें लिखती हूँ.
🌑 “हाँ, मैं अपनी आवाज़ बुलंद करती रहूंगी, जब मुझे महसूस होगा की अन्याय हो रहा है – चाहे वह अमेरिका में हो, केन्या में या भारत में. क्योंकि हमारे संसार में जो भी गलत होता है, उसका मूल कारण अन्याय ही होता है, चाहे वह Left की तरफ से हो यह Right की तरफ से.
🌑 ज़्यादातर हमारी मुसीबतों का कारण उग्रवाद और चरमपंथी होते हैं. और जब उग्रवाद और राष्ट्रवाद का संगम होता तो एक प्रबल, घातक मिश्रण तैयार होता है. इसका प्रमाण मेरे tweets के जवाब में लिखे गए कमेंट्स हैं.
🌑 मैं किसी (राजनीतिक) पार्टी का समर्थन नहीं कर रही हूँ. मैं भारतीय राजनीति के बारे में मामूली जानकारी रखती हूँ. मैंने सिर्फ हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी.

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