आईना
--------
आईना दिखाना ही है
मेरा काम
दिखाता रहा जब तक
आईना तुम्हारे दुश्मनों को
बांधते रहे तुम
मेरी तारीफों के पुल
बताते रहे
सच्चा धर्म इसे
--------
आईना दिखाना ही है
मेरा काम
दिखाता रहा जब तक
आईना तुम्हारे दुश्मनों को
बांधते रहे तुम
मेरी तारीफों के पुल
बताते रहे
सच्चा धर्म इसे
आज आईना
तुम्हारी ओर क्या किया
बिदक गये तुम
बताने लगे
मुझे झूठा और मक्कार
तुम्हारी ओर क्या किया
बिदक गये तुम
बताने लगे
मुझे झूठा और मक्कार
अब किस बात पर
यंकी करू मैं तुम्हारी?
यंकी करू मैं तुम्हारी?
by - Mahesh Punetha
No comments:
Post a Comment