Wednesday, March 2, 2016

बीकानेर डूबेगा थिएटर के रंगो में, तीन दिन तक विभिन्न सत्रो में रंगकर्म पर होगी गंभीर चर्चाए, देश के ख्यातनाम रंगकर्मी करेंगे प्रतिदिन नाट्य परिचर्चा, नवाचार के रूप में परिचर्चा के विषयो की भी होंगी नाट्य प्रस्तुतियां

Kumar Gaurav
बीकानेर डूबेगा थिएटर के रंगो में, तीन दिन तक विभिन्न सत्रो में रंगकर्म पर होगी गंभीर चर्चाए,
देश के ख्यातनाम रंगकर्मी करेंगे प्रतिदिन नाट्य परिचर्चा, नवाचार के रूप में परिचर्चा के विषयो की भी होंगी नाट्य प्रस्तुतियां
बीकानेर। बीकानेर में 12 से 14 मार्च तक आयोजित होने वाले बीकानेर थिएटर फेस्टिवल के दौरान तीन दिन तकं देश के ख्यातनाम रंगकर्मी बीकानेर में नाट्य लेखन, नाट्य आलोचना, नाट्य तकनीक और वर्तमान स्वरूप में रंगकर्म की दशा एवं दिशा पर प्रतिदिन नाट्य परिचर्चा करेंगे। इन नाट्य परिचर्चायों में भारतीय रंगमंच के ख्यातनाम रंगकर्मियो के साथ प्रदेश और नगर के रंगकर्मी, साहित्यकार और चिंतक विभिन्न सत्रों में गंभीर चर्चा करेंगे। नवाचार के रूप में इस बार प्रत्येक सत्र के विषय को बीकानेर के ही नाट्य निर्देशक पन्द्रह मिनट की नाट्य प्रस्तुति के रूप में प्रस्तुत करेंगे और फिर उसी नाट्य प्रस्तुति से निकले सत्र के विषय और गंभीर प्रश्नों पर वरिष्ठ रंगकर्मी और अतिथि रंगकर्मियो के साथ खुलकर चर्चा होगी। बीकानेर थियेटर फेस्टिवल की आयोजन समिति के सचिव अशोक गुप्ता ने बताया कि फेस्टिवल के पहले दिन 12 मार्च को सुबह 11 बजे नाट्य आलोचना-विचार से प्रदर्शन तक विषय पर नाट्य परिचर्चा आयोजित की जायेगी। परिचर्चा की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार और साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के सदस्य मालचंद तिवाडी करेंगे जबकि परिचर्चा के मुख्य अतिथि देश के ख्यातनाम रंगकर्मी और राष्ट्रीय नाट्य विधालय के पूर्व निदेशक देवेन्द्रराज अंकुर होंगे तथा विशिष्ट अतिथि मुम्बई के रंगकर्मी अमन गुप्ता व एक्टिंग गुुरू राजेन्द्र तिवाडी होंगे। सत्र में बीकानेर के युवा रंग निर्देशक विपिन पुरोहित अपनी टीम के साथ नाट्य परिचर्चा के विषय पर नाट्य प्रस्तुति देंगे और फिर उस नाट्य प्रस्तुति में उठाये गए सवालो पर चर्चा की जायेगी। इस पूरे सत्र का संचालन साहित्यकार हरीब बी शर्मा करेंगे।
फेस्टिवल के दूसरे दिन 13 मार्च को रंगकर्मी और रंगकर्म विषय पर नाट्य परिचर्चा आयोजित की जायेगी। नाट्य परिचर्चा की अध्यक्षता केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित और नगर के वरिष्ठ रंगकर्मी और साहित्यकार मधु आचार्य ‘आशावादी‘ करेंगे तथा सत्र के विशिष्ट अतिथि आईसी निदेशक, एकेडमी आॅफ थियेटर आट्र्स प्रोफेसर मंगेश बनसोड तथा विशिष्ट अतिथि गोवा के वरिष्ठ रंगकर्मी विजय कुमार नाईक होंगे। सत्र के विषय को नाट्य प्रस्तुति के रूप में वरिष्ठ रंगकर्मी रवि शुक्ल प्रस्तुत करेंगे जिसमें वरिष्ठ रंगनेत्री आभा शंकरन और युवा रंगकर्मी शांतनु सुरोलिया अभिनय करेंगे तथा सत्र का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी सुरेश हिन्दुस्तानी करेंगे। विषय को नाट्य प्रस्तुति के रूप में प्रस्तुति होने के बाद इस पर रंगकर्मियो द्वारा चर्चा की जायेगी और अध्यक्ष द्वारा विचार प्रस्तुत किये जायेंगे। इसी दिन जुनून थिएटर की को-फाउंडर और अभिनेता शशि कपूर की पुत्री संजना कपूर और रंगकर्मी संजना लियंगर प्रदेश के रंगकर्मीयो और कला अनुरागीयो के साथ संवाद भी आचार्य तुलसी समाधि स्थल पर आयोजित होगा।
फेस्टिवल के तीसरे और अंतिम दिन के सत्र में नाटक और तकनीक विषय पर नाट्य परिचर्चा आयोजित की जायेगी जिसकी अध्यक्षता नगर के वरिष्ठ रंगकर्मी एस डी चैहान करेंगे और परिचर्चा के मुख्य अतिथि चण्डीगढ संगीत नाटक अकादमी के पूर्व निदेशक व केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी पूुरस्कार विजेता जी एस चैनी जी तथा विशिष्ट अतिथि राजस्थान पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी व रंगकर्मी सौरव श्रीवास्तव होंगे। नाट्य परिचर्चा को विषय के रूप में बीकानेर के वरिष्ठ रंग निर्देशक दलीपसिंह भाटी प्रस्तुत करेंगे जिसमें पंकज व्यास, विनोद पारीक, आयुष मोदी, मनोज भाटी, अमित पारीक और सागर चैहान अभिनय करेंगे। इस पूरे सत्र का संचालन व संयोजन बीकानेर के वरिष्ठ रंगकर्मी व शायर आनंद वी आचार्य करेंगे। इसी दिन देवेन्द्र राज अंकुर के साथ नगर के रंगकर्मियो और कला अनुरागीयो का संवाद भी होगा। आयोजन समिति के उत्तम सिंह ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान होने वाली सभी परिचर्चा व नाट्य प्रदर्शन में प्रवेश निशुल्क रहेगा परंतु स्थान पहले आओ पहले पाओ के आधार पर आरक्षित होगा।
सुनहरी छबीली फाउंडेशन, अनुराग कला केन्द्र, श्री तोलाराम हंसराज डागा चैरीटेबल ट्रस्ट और राजूवास, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में बीकानेर में होने वाले इस फेस्टिवल की आयोजन समिति के अध्यक्ष हंसराज डागा ने बताया कि बीकानेर थिएटर फेस्टिवल में विभिन्न सांस्कृतिक केन्द्रो के सहयोग से कूल नौ नाटको के शहर में अलग अलग प्रेक्षागृहो में मंचन किया जायेगा परन्तु एक समय में एक ही नाटक का मंचन होगा ताकि सभी कलाकारो/दर्शको को सभी नाटको का देखने का अवसर मिल सके। फेस्टिवल में भाग लेने के लिये मुम्बई से तीन अलग अलग निर्देशको के चार नाट्य दल बीकानेर आयेंगे। इसके अलावा गोवा, भोपाल, चण्डीगढ से भी बीकानेर थियेटर फेस्टिवल में भाग लेने के लिये नाट्य दल बीकानेर आ रहे है।
स्मार्ट क्लब, राजूवास की अध्यक्ष रजनी जोशी ने बताया कि बीकानेर रंगमंच की अपनी एक गौरवशली परम्परा रही है जिसे और अधिक उर्जावान बनाने के प्रयास में आयोजित बीकानेर थिएटर फेस्टिवल एक ऐसा रंग-यज्ञ होगा जिसमें रंगकर्म से जुडे प्रतिबद्व और निष्ठावान कलाकार अपनी रंग आहूति देने के लिये बीकानेर में एकत्र होंगे। इस रंग-अनुष्ठान में विभिन्न प्रदेशो के रंगकर्मी अपनी अपनी नाट्य प्रस्तुतियों और अनुभवों के संग तीन दिन तक वर्तमान रंगकर्म और रंग प्रयासों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान युवा रंगकर्मियों को देश के ख्यातनाम रंगकर्मियो के साथ संवाद स्थापित करने का अवसर मिलेगा। समारोह के मध्य में बीकानेर के रंग जिज्ञासुओ को बाहर की नाट्य प्रस्तुतियों एवं बाहर के रंगकर्मियों को बीकानेर की नाट्य प्रस्तुतियां देखने का अवसर मिल सकेगा। यह समारोह इस रूप में भी महत्वपूर्ण सिद्व हो सकता है कि इसमें नाट्य की विभिन्न शैलियांे से युवा रंगकर्मी एंव रंग दर्शक परिचित हो सकेंगे।

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