Wednesday, March 2, 2016

जब वह लड़की धू धू कर जलने लगी तो दरिंदगी की सभी हदों को पार करते हुए वहां से दरिंदे भागे।

जनपद गाजीपुर के दुल्लहपुर थानांन्तर्गत, ग्राम कंचनपुर में अनुसूचित जाति परिवार कि लड़की "संजू" 16 वर्ष जिसके माता -पिता का देहांत हो चुका है।80 वर्ष के दादा-दादी परवरिस करते हुए 7वीं में पढ़ने वाली इस गरीब और अनाथ बालिका को गांव के ही यादव परिवार की एक लड़की द्वारा धोखे से गांव के सिवान के एक गन्ने के खेत में बुलवाकर, यादव परिवार के 22 से 24 वर्ष के तीन लड़के जो पहले से ही इस गन्ने के खेत में छिपे थे, संजू कुमारी के साथ जबरजस्ती किये और अपने अपराध को छिपाने के नीयत से संजू के हाथ पैर बांधकर,मुँह में कपड़ा ठूसकर और ऊपर से गन्ने की पताई डालकर, पहले से ही लाये गए मिटटी का तेल उड़ेलकर आग लगा दी।
जब वह लड़की धू धू कर जलने लगी तो दरिंदगी की सभी हदों को पार करते हुए वहां से दरिंदे भागे।
लड़की के जलने के साथ हाथ और पैर के बंधन भी जलने लगे फिर वह साहसी संजू जलती अवस्था में अपनी बस्ती की तरफ भागी गांव के लोग भयभीत थे, थोड़ी ही देर में मामला समझ में आने पर लोग इलाज के लिए अस्पताल लेकर भागे। प्राथमिक उपचार के बाद जनपद वाराणसी के ककरमत्ता स्थित पॉपुलर अस्पताल के I.C.U.वार्ड में संजू जीवन के लिए मृत्यु के साथ-साथ इस दरिन्दे समाज से भी संघर्ष कर रही है।
आज दिनांक-29/02/2016 को अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/जन जाति कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष/प्रदेश अध्यक्ष- श्रद्धेय अरुण कुमार प्रेमी, प्रदेश महामंत्री- श्रद्धेय बृजेश कुमार भारती,
जिला पदाधिकारी-ओमकार नाथ शास्त्री,शुभावती,किरन, सुनीता जैसवारा व् अन्य पदाधिकारियों द्वारा अस्पताल जाकर इस बच्ची के इलाज में सहयोग करते हुए उनके परिजनों को समाज की ओर से सहयोग का आश्वासन दिया गया।
आप सभी बंधुओं से अपील है कि अस्पताल जाकर इस अनाथ बच्ची( जिसका शारीर 85% जला हुआ है) को देखने तथा यथा सम्भव सहयोग करने की कृपा करेंगे।
सम्भव हुआ तो कुछ आर्थिक सहयोग भी करना पड़ सकता है।
🙏अमरकान्त🙏

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