Dilip C Mandal
कन्हैया की जाति भी ब्राह्मणवाद से पीड़ित है. ब्राह्मण उसकी जाति को खुद से नीच मानते हैं. उनसे शादी का रिश्ता नहीं बनाते. प्रमाण के लिए शादियों के विज्ञापन देख लीजिए. कन्हैया की जाति मंदिरों में पुजारी नहीं बन सकती. भूमिहार जाति का कोई पुजारी मिला हो तो बताएं. यह जाति कोई भी संस्कार नहीं करा सकती. उनके जनेऊ पहनने के अधिकार को शास्त्रीय मान्यता नहीं दी जाती है. भूमिहार शंकराचार्य नहीं बन सकते.
इसलिए कन्हैया के ब्राह्मणवाद विरोधी नारों पर मैं यकीन करता हूं. आपको भी करना चाहिए.
कन्हैया को ब्राह्मणवाद से आजादी चाहिए. आप लोग उसकी मदद करें.
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