Himanshu Kumar
भारत का संविधान कहता है कि भारत धर्म निरपेक्ष होगा
यानी यहाँ सभी धर्मों को बराबर माना जाएगा
और सरकार किसी एक धर्म को आश्रय नहीं देगी
हिंदुओं के हितों की बात करने वाले संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नें
आज़ादी मिलते ही राष्ट्रीय ध्वज के रूप में तिरंगे को स्वीकार करने से मन कर दिया था
आज़ादी मिलते ही राष्ट्रीय ध्वज के रूप में तिरंगे को स्वीकार करने से मन कर दिया था
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नें तिरंगे को जलाया था
छत्तीसगढ़ में भाजपा का शासन है
भाजपा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को अपना पितृ संगठन मानती है
इसलिए अब छत्तीसगढ़ में हिंदू राष्ट्र के सभी प्रतीकों को सरकारी तौर पर लादा जा रहा है
अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों के उपकुलपतियों की मीटिंग को राज्यपाल की जगह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों नें संबोधित किया
छत्तीसगढ़ के अनेकों गाँव के बाहर बोर्ड लगा दिए गए हैं कि इस गाँव में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है
अभी एबीवीपी के स्थापना कार्यक्रम का उदघाटन कमिश्नर नें किया और उनका ध्वज भी फहराया
इस चित्र में आप देख सकते हैं कि शासकीय पालिटेक्निक पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की जगह भगवा ध्वज फह्राजा जा रहा है
एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार राष्ट्रवाद के नाम पर आदिवासी महिलाओं से बलात्कार करवा रही है
इसके विरुद्ध आवाज़ उठाने वालों को राष्ट्रद्रोही कह कर सरकार जेलों में डाल रही है
दूसरी तरफ हिंदू राष्ट्रवाद के एजेंडे को लागू करती जा रही है
दूसरी तरफ हिंदू राष्ट्रवाद के एजेंडे को लागू करती जा रही है
ये हिंदू राष्ट्रवाद आदिवासियों , महिलाओं ,दलितों , मुसलमानों ईसाईयों के लिए नर्क से बढ़ कर होगा
लिखवा कर ले लो
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