Monday, July 4, 2016

Umesh Tiwari हमारी पीढ़ी में जुलाई के पहले-दूसरे हफ्ते की जन्मतिथि वाले ढेरों पहाड़ी मिल जायेंगे।मुझे नहीं लगता ये जुलाई में पैदा हुए। दरअसल हमारे प्राइमरी स्कूल जुलाई में खुलते और मास्साब कहते, " पाँच साल हो गए भौ को ?" उत्तर मिलता, "होइ"। इस तरह जुलाई पहले-दूसरे सप्ताह बीसियों हीरा बल्लभ, मोहन चंद्र, कुशाल सिंह, दिवानी राम, कमला, जानकी आदि अपनी डेट ऑफ़ बर्थ हासिल करते।इस मुई तिथि को घोट्टा लगी पाठी, कलम-दवात, बोर्ड के इम्तहान, डिग्री की पढाई से फ़ेसबुक तक ढो गए गाड़-गधेरों के स्कॉलर !



हमारी पीढ़ी में जुलाई के पहले-दूसरे हफ्ते की जन्मतिथि वाले ढेरों पहाड़ी मिल जायेंगे।मुझे नहीं लगता ये जुलाई में पैदा हुए। दरअसल हमारे प्राइमरी स्कूल जुलाई में खुलते और मास्साब कहते, " पाँच साल हो गए भौ को ?" उत्तर मिलता, "होइ"। इस तरह जुलाई पहले-दूसरे सप्ताह बीसियों हीरा बल्लभ, मोहन चंद्र, कुशाल सिंह, दिवानी राम, कमला, जानकी आदि अपनी डेट ऑफ़ बर्थ हासिल करते।इस मुई तिथि को घोट्टा लगी पाठी, कलम-दवात, बोर्ड के इम्तहान, डिग्री की पढाई से फ़ेसबुक तक ढो गए गाड़-गधेरों के स्कॉलर !

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