Wednesday, June 29, 2016

भारतीय पुलिस का चेहरा कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक ही है, उतना ही विषाक्त. व्यवस्था के इस सबसे विश्वसनीय कलंकित पायदान को तुरंत भंग किया जाना चाहिए, इसकी रगों में इंसानी खून ढूँढना कूड़ी में सूईं ढूढने जैसा है. वीनुप्रिया, हम अपराधियों को क्षमा करना, हम तुम्हे सुरक्षा न दे पाए.

वीनुप्रिया के बुनकर पिता जब पुलिस में रिपोर्ट कराने गए कि उसकी बेटी का फर्जी अश्लील फोटो कुछ अपराधी तत्वों ने फेसबुक पर डाला है तो हदयहीन पुलिस वालों ने उससे एक स्मार्ट फोन रिश्वत में माँगा तभी कार्यवाही होगी, उन्होंने दे भी दिया, कार्यवाही नहीं हुई, अपराधियों ने इस बीच दूसरी फोटो भी डाल दी, एक पिता को भी भेज दी. अब २१ साला बीएस सी कर चुकी लडकी से रहा न गया और आत्महत्या कर ली. सालेम, तमिलनाडु की घटना है.
भारतीय पुलिस का चेहरा कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक ही है, उतना ही विषाक्त. व्यवस्था के इस सबसे विश्वसनीय कलंकित पायदान को तुरंत भंग किया जाना चाहिए, इसकी रगों में इंसानी खून ढूँढना कूड़ी में सूईं ढूढने जैसा है.
वीनुप्रिया, हम अपराधियों को क्षमा करना, हम तुम्हे सुरक्षा न दे पाए.

No comments:

Post a Comment