चित्तोड़गढ़ के साथियों को सलाम !
आज जिला मुख्यालय पर बाबा साहेब के अनुयायियों ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोंपकर
अम्बेडकर भवन को विध्वंस करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने की मांग की। विदित है कि 24 जून की रात को मुम्बई के दादर में स्थित ऐतिहासिक महत्व के अम्बेडकर भवन को इंडियन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के ट्रस्टी रत्नाकर गायकवाड़ और मधुकर काम्बले की मिलीभगत से तोड़ दिया गया। इसमें स्थित बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा स्थापित बुद्धभूषण प्रेस को भी गिरा दिया गया। जहां पर बाबा साहब के अखबार तथा कई पुस्तकें छपी है। ऐसी महान विरासत को नवनिर्माण की आड़ में रात के अंधेरे मे चोरी छुपे ध्वस्त करके करोड़ों दलितों की भावनाओं के साथ महाराष्ट्र सरकार ने खिलवाड़ किया है। इस दौरान मांगीलाल मेघवाल बिलोट, शंकरलाल बिलोट, शंकरलाल बिलडी, शंकर पिराणा, किशनलाल, लक्ष्मण, श्यामलाल, गंगाराम, जीतमल मेघवाल, हंसराज सालवी, सुरेश खोईवाल सहित सैकडो अम्बेकरवादियो ने ज्ञापन सौंप कर कहा कि दलित बहुजन मूलनिवासी समाज ये कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। विश्व रत्न बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर का प्रेस भवन मात्र भवन ही नही देश के करोडो करोड दलितो का आस्थास्थल है। सरकार ने दलित भावना को आहत करने कि नियत से बाबा साहेब के प्रेस भवन को गिराकर हमारी आस्था को आहत किया है। प्रेसभवन गिराने के लिए जिम्मेदार जनप्रिनिधि एवं अधिकारियो पर सख्त कार्यवाही की जाए। साथ ही उनकी व्यक्तिगत सम्पती से प्रेस भवन का पुर्निर्माण किया जाये। जिससे भविष्य मे बाबा साहेब की घरोहर को खुर्द बुर्द नही किया जा सके। हमारी जन भावना को विधिनुरूप न्याय नही मिला तो जन समुह को बड़ा आंदोलन किया जायेगा।
आज जिला मुख्यालय पर बाबा साहेब के अनुयायियों ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोंपकर
अम्बेडकर भवन को विध्वंस करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने की मांग की। विदित है कि 24 जून की रात को मुम्बई के दादर में स्थित ऐतिहासिक महत्व के अम्बेडकर भवन को इंडियन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के ट्रस्टी रत्नाकर गायकवाड़ और मधुकर काम्बले की मिलीभगत से तोड़ दिया गया। इसमें स्थित बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा स्थापित बुद्धभूषण प्रेस को भी गिरा दिया गया। जहां पर बाबा साहब के अखबार तथा कई पुस्तकें छपी है। ऐसी महान विरासत को नवनिर्माण की आड़ में रात के अंधेरे मे चोरी छुपे ध्वस्त करके करोड़ों दलितों की भावनाओं के साथ महाराष्ट्र सरकार ने खिलवाड़ किया है। इस दौरान मांगीलाल मेघवाल बिलोट, शंकरलाल बिलोट, शंकरलाल बिलडी, शंकर पिराणा, किशनलाल, लक्ष्मण, श्यामलाल, गंगाराम, जीतमल मेघवाल, हंसराज सालवी, सुरेश खोईवाल सहित सैकडो अम्बेकरवादियो ने ज्ञापन सौंप कर कहा कि दलित बहुजन मूलनिवासी समाज ये कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। विश्व रत्न बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर का प्रेस भवन मात्र भवन ही नही देश के करोडो करोड दलितो का आस्थास्थल है। सरकार ने दलित भावना को आहत करने कि नियत से बाबा साहेब के प्रेस भवन को गिराकर हमारी आस्था को आहत किया है। प्रेसभवन गिराने के लिए जिम्मेदार जनप्रिनिधि एवं अधिकारियो पर सख्त कार्यवाही की जाए। साथ ही उनकी व्यक्तिगत सम्पती से प्रेस भवन का पुर्निर्माण किया जाये। जिससे भविष्य मे बाबा साहेब की घरोहर को खुर्द बुर्द नही किया जा सके। हमारी जन भावना को विधिनुरूप न्याय नही मिला तो जन समुह को बड़ा आंदोलन किया जायेगा।
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