बहन मायावती जी का अपमान करने वाला यह दयाशंकर उसी गैंग का है ना जिनकी जुबान पे "भारत माता की जय" चढ़ा रहता है? मैं व्यर्थ थोड़े ही कहा करता हूँ कि माँ के साथ पिता भी ढूंढ के दोनों की एक साथ जय बोलोगे तो माँ की इज्जत करना सीखोगे, वर्ना खाली माँ की जय बोलोगे तो ऐसा ही सम्मान करोगे औरतों का जैसा इस मूढ़मति दयाशंकर ने किया है|
बहन जी के सम्मान हेतु जहां-जहां भी प्रदर्शन व् आंदोलन हो, उसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेवें, वर्ना यह तुलसीदास के चेले 'ढोल, गंवार, शुद्र, नारी, यह सब ताड़न के अधिकारी' वाले श्लोकों को प्रेरणा मानकर ऐसे ही मनुवादी सोच के कीचड़ को फैलाने में गौरवान्वित महसूस करते रहेंगे|
जय यौद्धेय! - फूल मलिक
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