Vicky Tejli
गुरु रविदास जी और बाबा साहब अम्बेडकर जी की विचारधारा एक ही है गुरु रविदास जी एक ऐसे बेगमपुरे की स्थापना करना चाहते थे जहाँ पर कोई जात पात , गरीबी , अत्याचार ना हो
गुरु रविदास जी की गुरुवाणी मे कहा भी गया है
ऐसा चाहूं राज मे जहाँ , मिले सबन को अन
छोट बङे सब सम बसे , रविदास रहे प्रसन्न
इसी प्रकार बाबा साहब भी की भी एक ही विचारधारा है उन्होनें भी जातिवाद का विरोध किया है और वो भी समाज मे समानता चाहते थे गरीबी को दूर करने पर जोर दिया और संविधान का निर्माण करके हर नागरिको को उनके अधिकार दिलाऐ
इसलिए हमे अपने सभी संतो , गुरुओ , महापुरुषो का मान सम्मान करना चाहिए जिनहोने हमे यहां तक पहुँचाया है और हमारे समाज का उद्धार किया है
हमे किसी भी संत महापुरुष का आंकलन या विरोध नही करना चाहिए
जय गुरु रविदास जी
जय भीम जय भारत जी
गुरु रविदास जी की गुरुवाणी मे कहा भी गया है
ऐसा चाहूं राज मे जहाँ , मिले सबन को अन
छोट बङे सब सम बसे , रविदास रहे प्रसन्न
इसी प्रकार बाबा साहब भी की भी एक ही विचारधारा है उन्होनें भी जातिवाद का विरोध किया है और वो भी समाज मे समानता चाहते थे गरीबी को दूर करने पर जोर दिया और संविधान का निर्माण करके हर नागरिको को उनके अधिकार दिलाऐ
इसलिए हमे अपने सभी संतो , गुरुओ , महापुरुषो का मान सम्मान करना चाहिए जिनहोने हमे यहां तक पहुँचाया है और हमारे समाज का उद्धार किया है
हमे किसी भी संत महापुरुष का आंकलन या विरोध नही करना चाहिए
जय गुरु रविदास जी
जय भीम जय भारत जी
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