Tuesday, July 12, 2016

आप न मनोरमा बलात्कार कांड समझ सकते हैं, न कश्मीर में पूरे के पूरे गांव का बलात्कार। नहीं समझ सकते शर्मिला इरोम का अनशन। आप तो शस्या श्यामला धरती के वाली हैं ।

Sanjeev Chandan
हां आपकी राष्ट्रवादी सेना महिलाओं पर यौन हमले करती है।
कॉलेज में था तब मैं, तभी बिहार के चुनाव में पारामिलिट्री तैनात की गई थी। अर्धसैनिकबलों की टुकड़ियों ने मेरे शहर कहर ढाई थी तब, लड़कियों को परेशान किया, सामान्य लोगों को खूब तंग किया। राह चलती लड़कियों को छेड़ने की खबरें आई थीं तब। यह दो- तीन दिनों का मामला था, सोचिये जिस राज्य में प्रतिदिन सेना तैनात रहती हो, उसका क्या। एक कहानी और शांति सेना में गये मेरे एक रिश्तेदार ने बताई थी कि कैसे वे पहली बार घरों में सर्च करने घुसे तो महिलाओं ने खुद से कपड़े उतार दिये क्यों कि इसके पहले के सर्चों में वे वैसा करने को आदि थीं। लेकिन आप नहीं समझेंगे राष्ट्रवाद नहीं समझने देगा आपको ।
आप न मनोरमा बलात्कार कांड समझ सकते हैं, न कश्मीर में पूरे के पूरे गांव का बलात्कार। नहीं समझ सकते शर्मिला इरोम का अनशन। आप तो शस्या श्यामला धरती के वाली हैं ।

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