जरूरी है डेल्टा हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच -मेघवंशी
जोधपुर संभाग मुख्यालय पर दलित अत्याचार निवारण समिति बाड़मेर तथा दलित अधिकार नेटवर्क राजस्थान द्वारा आयोजित एक दिवसीय धरने को सम्बोधित करते हुये सामाजिक चिंतक भँवर मेघवंशी ने कहा कि सच सामने लाने के लिये जरूरी है कि होनहार दलित छात्रा डेल्टा मेघवाल हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच हो.क्योंकि डेल्टा के परिजनों का पहले दिन से ही राजस्थान पुलिस पर भरोसा नहीं रहा है,बावजूद इसके राज्य की पुलिस से ही जांच करवाना पीड़ित दलितों की भावनाओं से खिलवाड़ ही है.मेघवंशी ने राज्य की सत्तारूढ. सरकार पर पूरे मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाते हुये कहा कि डेल्टा के साथ बलात्कार और उसके बाद उसकी हत्या के संगीन मामले को सीबीआई जांच करवाने के बजाय जानबूझ कर देरी की गई,ताकि अपराधियों को बचाव का मौका मिल सके.
इस मौके पर बाड़मेर जैसलमेर के पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने डेल्टा हत्याकांड की सीबीआई जांच हेतु अनुशंसा का दिखावा तो किया,मगर प्रभावी पैरवी नहीं की ,इसलिये तीन माह बीत जाने पर भी गृहमंत्रालय ने आज तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया.यह पीडित के साथ भारी अन्याय है. समाजसेवी एवं राजनेता रूपाराम धणदे का कहना था कि जानबूझ कर सीबीआई जांच में देरी की जा रही है ताकि सबूत मिटाये जा सके और पुलिस को आधाररहित व असत्य चार्जशीट पेश करने का मौका मिल जाये,और अंतत: उन्होंने वहीं कर दिया.दलित अत्याचार निवारण समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने पुरजोर शब्दों में कहा कि राज्य की महिला मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच के नाम पर धोखा किया है.उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर दस जुलाई तक सीबीआई जांच के आदेश जारी नहीं हुये तो प्रदेश व्यापी महासंग्राम छिड़ जायेगा.धरने को जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल, शमा बानू ,प्रधान भगवती देवी और पर्व विधायक पदमाराम,पत्रकार,देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष हीराराम मेघवाल, प्रमोदपाल सिंह,जुगल हाटीला,कालुराम सोनेल ,अरविंद दानोदिया,नीलम देपन ,जोगराज सिंह तथा हत्या की शिकार डेल्टा के पिता महेन्द्राराम सहित कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया.सबका एक ही लक्ष्य था कि हर हाल में डेल्टा के परिजनों को न्याय मिले
इस मौके पर बाड़मेर जैसलमेर के पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने डेल्टा हत्याकांड की सीबीआई जांच हेतु अनुशंसा का दिखावा तो किया,मगर प्रभावी पैरवी नहीं की ,इसलिये तीन माह बीत जाने पर भी गृहमंत्रालय ने आज तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया.यह पीडित के साथ भारी अन्याय है. समाजसेवी एवं राजनेता रूपाराम धणदे का कहना था कि जानबूझ कर सीबीआई जांच में देरी की जा रही है ताकि सबूत मिटाये जा सके और पुलिस को आधाररहित व असत्य चार्जशीट पेश करने का मौका मिल जाये,और अंतत: उन्होंने वहीं कर दिया.दलित अत्याचार निवारण समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने पुरजोर शब्दों में कहा कि राज्य की महिला मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच के नाम पर धोखा किया है.उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर दस जुलाई तक सीबीआई जांच के आदेश जारी नहीं हुये तो प्रदेश व्यापी महासंग्राम छिड़ जायेगा.धरने को जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल, शमा बानू ,प्रधान भगवती देवी और पर्व विधायक पदमाराम,पत्रकार,देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष हीराराम मेघवाल, प्रमोदपाल सिंह,जुगल हाटीला,कालुराम सोनेल ,अरविंद दानोदिया,नीलम देपन ,जोगराज सिंह तथा हत्या की शिकार डेल्टा के पिता महेन्द्राराम सहित कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया.सबका एक ही लक्ष्य था कि हर हाल में डेल्टा के परिजनों को न्याय मिले
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