Tuesday, July 5, 2016

Mahendra Yadav क्या प्रधानमंत्री सोशल मीडिया की आवाज सुनने पर मजबूर हुए हैं ? मानव संसाधन विकास मंत्रालय से दो फर्जी डिग्रियों के मालिक मंत्री हटा दिए गए। अब तक कि सबसे घटिया मानव संसाधन मंत्री रहीं मनुस्मृति ईरानी के नाम से कुख्यात स्मृति ईरानी अब कपड़ा मंत्रालय भेज दी गई हैं, और नकली डिग्री के लिए कुख्यात रामेश्वर कठेरिया घर बैठा दिए गए। रोहित वेमुला का बलिदान भी रंग लाया है...छात्र-छात्राओं की एकजुटता भी रंग लाई है। अब बड़ी बेआबरू होकर एचआरडी मंत्रालय से निकलीं ईरानी मैडम उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का भी ख्वाब देख रही थीं। चलिए, बहुत हुआ..हो तो पहले ही जाना था।

क्या प्रधानमंत्री सोशल मीडिया की आवाज सुनने पर मजबूर हुए हैं ? मानव संसाधन विकास मंत्रालय से दो फर्जी डिग्रियों के मालिक मंत्री हटा दिए गए। अब तक कि सबसे घटिया मानव संसाधन मंत्री रहीं मनुस्मृति ईरानी के नाम से कुख्यात स्मृति ईरानी अब कपड़ा मंत्रालय भेज दी गई हैं, और नकली डिग्री के लिए कुख्यात रामेश्वर कठेरिया घर बैठा दिए गए।
रोहित वेमुला का बलिदान भी रंग लाया है...छात्र-छात्राओं की एकजुटता भी रंग लाई है। अब बड़ी बेआबरू होकर एचआरडी मंत्रालय से निकलीं ईरानी मैडम उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का भी ख्वाब देख रही थीं। चलिए, बहुत हुआ..हो तो पहले ही जाना था।

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