अंधेरे दौर में एक टुकड़ा गुनगुनी धूप.
एक शानदार खबर है. हम सबके प्रिय डॉ. Sunkanna Velpula अपनी पीएचडी पूरी करने के बाद अब पोस्ट डॉक्टरल फेलो हो गए . उन्हें IIT, मुंबई में पढ़ाने का काम मिला है. अब वे वहां टीचर हैं.
सुनकन्ना उन पांच रिसर्च स्कॉलर्स में एक हैं जिन्हें रोहित वेमुला के साथ हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी से सामाजिक रूप से बहिष्कृत किया गया था. वे भी हॉस्टल से बाहर खुले में सोते थे.
सुनकन्ना का बचपन कैंटीन में बर्तन धोने से शुरू हुआ. चर्च के स्कूल में वे पढ़े. 10वीं में तीन पेपर में फेल हुए. पिता की जेब से 100 रु. चुराकर घर से भागे. दोबारा मेहनत से पढ़ाई की. अच्छे नंबर से पास हुए. उसके बाद हर परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन किया. पीएचडी किया... क्या तूफानी जिंदगी है बॉस!
Dontha Prashanth और सुनकन्ना रोहित वेमुला की सांस्थानिक हत्या के बाद के आंदोलन के अगले मोर्चे पर रहे.
बघाई.
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