एक कट्टर हिन्दू है और एक कट्टर मुसलमान है ! दोनों एक दूसरे को गलत मानते हैं ! दोनों में कौन सही है ? अगर दोनों का जनम उलट जाता यानि हिन्दू मुसलमान के घर में और मुसलमान हिन्दू के घर में पैदा हो जाता तो कौन सही होता ?
हमें अपनी जगह से जो दीखता है वह पूरा सच नहीं है ! इसलिये हमारी दृष्टी साफ़ होनी चाहिये जिससे पूरा सच देख सकें !
सवर्ण दृष्टिकोण , दलित दृष्टिकोण , हिन्दू दृष्टिकोण , मुस्लिम या ईसाई या सिक्ख दृष्टिकोण दरअसल पूरा सच देखने में बाधा बन जाते हैं !
एक बार मुक्त दृष्टी से देख कर देखिये मज़ा आएगा ! डर भी लगेगा कि जिसे हम आज तक सही मानते थे पवित्र मानते थे वो बेकार का था ! फिर जब हमारा सारा कचरा निकल जाता है ! तब हम हल्के और मुक्त होते हैं !
हमें अपनी जगह से जो दीखता है वह पूरा सच नहीं है ! इसलिये हमारी दृष्टी साफ़ होनी चाहिये जिससे पूरा सच देख सकें !
सवर्ण दृष्टिकोण , दलित दृष्टिकोण , हिन्दू दृष्टिकोण , मुस्लिम या ईसाई या सिक्ख दृष्टिकोण दरअसल पूरा सच देखने में बाधा बन जाते हैं !
एक बार मुक्त दृष्टी से देख कर देखिये मज़ा आएगा ! डर भी लगेगा कि जिसे हम आज तक सही मानते थे पवित्र मानते थे वो बेकार का था ! फिर जब हमारा सारा कचरा निकल जाता है ! तब हम हल्के और मुक्त होते हैं !
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