Chanchal Bhu
आज 3 जून है । जार्ज फर्नांडिस का जन्म दिन ।78 का वाकया है हम दिल्ली गए थे उनसे मिलने । उन दिनों वे उद्योग मंत्री बना दिए गए थे । बना दिए गए की एक अंतर्कथा है । 77 में जनतापार्टी की सरकार बनी तो जार्ज को पोस्ट औ टेलीग्राफ मंत्रालय मिला । उद्योग मंत्री थे एक वर्मा जी जो व्यापम सूबे से आते थे । कोका कोला वालों से मंत्री ने घूस लिया और पकडे गए । पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर अधयक्ष थे । मामला उनके पास गया । मीटिंग बुलाई गयी । नेता जी ( राज नारायण ) फ़ैल गए । अटल जी के अनुरोध पर बीच का रास्ता निकाला गया मंत्रालय बदल दो । इस तरह जार्ज को उद्योग मंत्रालय मिला । 1953 के बाद 78 में दुसरी बार औद्योगिक नीति बनी और आज तक चल रही है । तो हम जार्ज के साथ उनके कमरे में बैठे थे , नीचे जमीन पर पेट के बल लेटे फ़ाइल देख रहे थे और हम बगल में बैठे प्रतिपक्ष देख रहे थे । हमने यूँ ही पूछा - यह कोका कोला का क्या मामला है ? जार्ज मुस्कुराये , कोका कोला ने घूस दिया । अचानक सावधान हुए छोडो कुछ करना है इसका । दो बून्द केमिकल को पानी में मिला कर करोडो कमा रहा है पूंजी विदेश जा रही है । पानी हमारा , मजदूर हमारे । चलो देखेंगे । और दो दिन बाद पता चला कोका कोला देश से बाहर निकाल दिया गया । मोरार जी भाई बहुत नाराज हुए । बगैर कैबिनेट में लाये , जार्ज ने अकेले कैसे फैसला कर लिया । जार्ज का उत्तर था , अब कैबिनेट में उठालो । कौन और क्या बोलेगा इस फैसले के खिलाफ ? देश जाने तो ।
इस तरह के अनेको फैसले लिए हैं जार्ज । वे सब मील के पत्थर हैं । बहुत लंबी जिंदगी जिया हूँ उस शख्स के साथ
लिख रहा हूँ आनेवाली किताब में ।
जन्मदिन मुबारक हो
किसको सुना रहा हूँ ?
जार्ज तो सुन नहीं पाएंगे , समझ नहीं पाएंगे , पहचान नहीं पाएंगे । दलाई लामा जी मिलने गए थे जार्ज से ।उनके घुटने पर सर रख रो रहे थे , यह हमारा नेता है , अब हमारी लड़ाई कौन लड़ेगा ?
देश को बता रहा हूँ जार्ज ! की आज आपका जन्मदिन है और आँख नम है ।
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