Friday, June 17, 2016

Himanshu Kumar राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ क्या सिर्फ मुसलमानों का दुश्मन है ? नहीं यह हिन्दुओं का ज़्यादा बड़ा दुश्मन है ? यह हिन्दुओं का क्या क्या नुकसान कर सकता है ? सबसे पहले तो यह हिदुओं के बच्चों को बेवकूफ बना देगा हिन्दू बच्चे गणेश और हनुमान जैसे काल्पनिक कैरेक्टरों और सूंड जोड़ने और सूरज को निगलने जैसी कहानियों को सच मानने लगेंगे ऐसे बेवकूफी भरे दिमाग के बच्चे कभी भी मौलिक रिसर्च नहीं कर पायेंगे भारत की राजनीति हमेशा के लिए मूर्खता के इलाके में प्रवेश कर जायेगी राजनीति को आदमी और औरतों की बराबरी के लिए काम करना चाहिए लेकिन भाजपाई नेता औरतों को बच्चा पैदा करने की मशीन बनाने की घोषणाएं कर रहे हैं भाजपाई नेता कह रहे हैं कि औरतों को जेल में बंद करवा के उनसे चार बच्चे पैदा करवाए जायेंगे कभी कह रहे हैं हिन्दू मर्द पोर्न देखों और ज्यादा बच्चे पैदा करो एक नेता कह रहा है मर्दानगी बढ़ाने वाली दवाई मैं देता हूँ ले जाओ और ज़यादा बच्चे पैदा करो इन सारे बयानों से हमारी यह पुरानी आशंका पूरी तरह सच सिद्ध हो गयी है कि संघ औरतों के बारे में अपमान जनक विचार रखता है और संघ औरतों को बराबर का नागरिक कभी भी नहीं मानेगा इसीलिये प्रधानमंत्री मोदी भी औरतों की बराबरी का मतलब साथ में सेल्फी तक ही सीमित रखता है यानी अगर औरत के साथ में एक मर्द होना ही चाहिए जो उसके साथ सेल्फी ले सके संघ की राजनीति अगर सफल हो जाती है तो दूसरा नुकसान यह होगा कि हमारे बच्चे देशवासियों से ही नफरत करने वाले बन जायेंगे आज जो नौजवान संघ से जुड़े हुए हैं या मोदी भक्त हैं उनकी हालत देख लीजिये ये लोग मुसलमानों को गालियाँ देते हैं ईसाईयों को गालियाँ देते हैं , दलितों से नफरत करते हैं औरतों की आजादी का विरोध करते हैं आज ऐसे वख्त में जब कि दुनिया की राजनीति सभी की बराबरी की कोशिशें कर रही है वहीं भारत की राजनीति मुस्लिम मुक्त भारत बनाने और औरतों को जेलों में बंद करवा के बच्चे पैदा करवाने वाले युग में जा रही है भारत की बहुसंख्य हिन्दू आबादी को सोचना पडेगा कि हम अपने बच्चों को किन जाहिलों के हाथों में सौंपना चाहते हैं इसलिए अच्छे से समझ लीजिये संघ मुसलमानों का नुकसान कम करेगा हिन्दुओं का ज्यादा करेगा ये आपके बच्चों को नफरती चिंटू बना देगा जो ना समाज का दुश्मन होगा वरना अपना भी दुश्मन होगा क्योंकि ऐसी नफरत से भरे बच्चे जीवन के सौन्दर्य को कभी नहीं समझ पाएंगे

Himanshu Kumar
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ क्या सिर्फ मुसलमानों का दुश्मन है ?
नहीं यह हिन्दुओं का ज़्यादा बड़ा दुश्मन है ?
यह हिन्दुओं का क्या क्या नुकसान कर सकता है ?
सबसे पहले तो यह हिदुओं के बच्चों को बेवकूफ बना देगा
हिन्दू बच्चे गणेश और हनुमान जैसे काल्पनिक कैरेक्टरों और सूंड जोड़ने और
सूरज को निगलने जैसी कहानियों को सच मानने लगेंगे
ऐसे बेवकूफी भरे दिमाग के बच्चे कभी भी मौलिक रिसर्च नहीं कर पायेंगे
भारत की राजनीति हमेशा के लिए मूर्खता के इलाके में प्रवेश कर जायेगी
राजनीति को आदमी और औरतों की बराबरी के लिए काम करना चाहिए
लेकिन भाजपाई नेता औरतों को बच्चा पैदा करने की मशीन बनाने की घोषणाएं कर रहे हैं
भाजपाई नेता कह रहे हैं कि औरतों को जेल में बंद करवा के उनसे चार बच्चे पैदा करवाए जायेंगे
कभी कह रहे हैं हिन्दू मर्द पोर्न देखों और ज्यादा बच्चे पैदा करो
एक नेता कह रहा है मर्दानगी बढ़ाने वाली दवाई मैं देता हूँ ले जाओ और ज़यादा बच्चे पैदा करो
इन सारे बयानों से हमारी यह पुरानी आशंका पूरी तरह सच सिद्ध हो गयी है
कि संघ औरतों के बारे में अपमान जनक विचार रखता है
और संघ औरतों को बराबर का नागरिक कभी भी नहीं मानेगा
इसीलिये प्रधानमंत्री मोदी भी औरतों की बराबरी का मतलब साथ में सेल्फी तक ही सीमित रखता है
यानी अगर औरत के साथ में एक मर्द होना ही चाहिए जो उसके साथ सेल्फी ले सके
संघ की राजनीति अगर सफल हो जाती है तो दूसरा नुकसान यह होगा कि हमारे बच्चे देशवासियों से ही नफरत करने वाले बन जायेंगे
आज जो नौजवान संघ से जुड़े हुए हैं या मोदी भक्त हैं उनकी हालत देख लीजिये
ये लोग मुसलमानों को गालियाँ देते हैं ईसाईयों को गालियाँ देते हैं , दलितों से नफरत करते हैं औरतों की आजादी का विरोध करते हैं
आज ऐसे वख्त में जब कि दुनिया की राजनीति सभी की बराबरी की कोशिशें कर रही है
वहीं भारत की राजनीति मुस्लिम मुक्त भारत बनाने और औरतों को जेलों में बंद करवा के बच्चे पैदा करवाने वाले युग में जा रही है
भारत की बहुसंख्य हिन्दू आबादी को सोचना पडेगा कि हम अपने बच्चों को किन जाहिलों के हाथों में सौंपना चाहते हैं
इसलिए अच्छे से समझ लीजिये संघ मुसलमानों का नुकसान कम करेगा हिन्दुओं का ज्यादा करेगा
ये आपके बच्चों को नफरती चिंटू बना देगा जो ना समाज का दुश्मन होगा वरना अपना भी दुश्मन होगा
क्योंकि ऐसी नफरत से भरे बच्चे जीवन के सौन्दर्य को कभी नहीं समझ पाएंगे

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