Saturday, June 18, 2016

Lalajee Nirmal हमे अपना अतीत याद है ,हमे अपना दलन याद है |हमारा आक्रोश ही था जो बहुजन एक मंच पर आया और दलित पिछड़े सत्ता में आये |हमारा आक्रोश कम नहीं हुआ है, हाँ यह जरूर है कि दलित पिछड़ी राजनीती बहुजन मुद्दों से विमुख हो गई है |हम फिर से हाशिये पर ढकेले जा रहे हैं और जो शीर्ष पर थे वे सदा की भांति आज भी शीर्ष पर हैं तथा प्रासंगिक बने हुए हैं |



हमे अपना अतीत याद है ,हमे अपना दलन याद है |हमारा आक्रोश ही था जो बहुजन एक मंच पर आया और दलित पिछड़े सत्ता में आये |हमारा आक्रोश कम नहीं हुआ है, हाँ यह जरूर है कि दलित पिछड़ी राजनीती बहुजन मुद्दों से विमुख हो गई है |हम फिर से हाशिये पर ढकेले जा रहे हैं और जो शीर्ष पर थे वे सदा की भांति आज भी शीर्ष पर हैं तथा प्रासंगिक बने हुए हैं |

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